अबू धाबी (Abu Dhabi)। विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) (World Trade Organization (WTO) के सम्मेलन का 5वां दिन: मंत्रिस्तरीय वार्ता (Ministerial Talk Day Five) में कृषि (agriculture), मछली पालन (fisheries) और विवाद समाधान (dispute resolution) पर फोकस (Focus) किया जा रहा है। भारत (India) ने निष्पक्षता के मुद्दे पर अहम बात कही है। भारत ने कहा, ‘हम निष्पक्ष खेल और न्याय के मजबूत सिद्धांतों पर आज भी कायम हैं।’ भारत ने साफ किया कि डब्ल्यूटीओ में लिए गए सभी निर्णय भारत के किसानों और मछुआरों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए हों, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं।
समावेशी विकास लक्ष्य को पूरा करने का जिक्र करते हुए भारत ने कहा कि हमारा काम एसडीजी को पूरा करना है। इसके साथ-साथ भारत के लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत करना, गरीब तबके के जीवन में सुधार, जीवन की अच्छी गुणवत्ता और जीवन में आसानी (Ease of Living) पर भी फोकस करना है। भारत ने साफ किया कि डब्ल्यूटीओ में होने वाले फैसलों के माध्यम से ‘अमृत काल’ में मजबूत और तेज विकास को बढ़ावा देने का प्रयास भी किया जा रहा है।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने डब्ल्यूटीओ के मंच पर भारत का पक्ष रखा। उन्होंने अपीलीय निकाय को बहाल करने की मांग भी की। गोयल के मुताबिक ऐसा करने पर डब्ल्यूटीओ के फैसलों का बेहतर कार्यान्वयन किया जा सकेगा। भारत का कहना है कि अपीलीय निकाय बहाल करने के बाद डब्ल्यूटीओ के प्रस्तावों को पूरा नहीं किए जाने संबंधी शिकायतों को अपीलीय निकाय के समक्ष उठाया जा सकेगा।
खाद्य सुरक्षा कार्यक्रम का जिक्र करते हुए भारत ने सार्वजनिक स्टॉक होल्डिंग के मुद्दे का स्थायी समाधान करने की अपील भी की। डब्ल्यूटीओ सरीखे वैश्विक मंच पर भारत ने अपनी लंबे समय से चली आ रही पोजिशन को एक बार फिर दोहराया। भारत ने कहा कि जिम्मेदार और टिकाऊ मत्स्य पालन से भारत की बड़ी आबादी जुड़ी है। भारत ने साफ किया कि मत्स्य पालन सब्सिडी पर किसी भी व्यापक समझौते से पहले को मछली पकड़ने वाले समुदाय के हितों और कल्याण को ध्यान में रखना चाहिए, क्योंकि इससे जुड़े लोग अपनी आजीविका के लिए समुद्री संसाधनों पर निर्भर करते हैं।
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