आज का दिन सोमवार (Monday) है और हिंदू धर्म में मान्यता के अनुसार आज का दिन भगवान शिव को समर्पित है । सोमवार (Monday) के दिन देवो के देव महादेव की पूजा अर्चना की जाती है । भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है क्योंकि वह भक्तो की पूजा से जल्दी प्रसन्न हो जातें हैं । देवो के देव महादेव को प्रसन्न करने की कृपा पाने के लिए कई लोग सोमवार (Monday) का व्रत भी करते हैं। सोमवार (Monday) का व्रत अच्छा जीवनसाथी पाने के लिए तो किया जाता ही है उसके साथ ही धन और समृद्धि के लिए भगवान शिव और मां गौरी का पूजन किया जाता है। कहा जाता है सोमवार (Monday) के दिन भगवान शिव की जो भी भक्त संपूर्ण विधि विधान (Overall method) से पूजा-अराधना (Worship) करता है महादेव (Shiva) उस पर अपनी कृपा करतें हैं और उसके जीवन में खुशहाली प्रदान करतें हैं । आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बतानें जा रहें भगवान भोलेनाथ के कूछ सरल उपाय जो सोमवार (Monday) के दिन करना शुभ माना जाता है ।
ॐ नमो धनदाय स्वाहा’ किसी शिव मंदिर में जाकर रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का 11 माला जप करें। इस मंत्र का जप करने से धन में वृद्धि होती है।
सोमवार (Monday) के दिन शिवलिंग पर केसर मिला दूध अर्पित करने से विवाह (marriage) में आ रही रुकावटें दूर होती है। इसके साथ ही शीघ्र विवाह के योग भी बनते हैं।
इच्छा पूर्ति के लिए सोमवार (Monday) को 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए और परेशनियों (Troubles) से छुटकारा पाने के लिए सोमवार को नंदी (बैल) को हरी घास खिलाएं।
जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग (Shivling) का अभिषेक करते समय ऊं नम: शिवाय का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति को आत्मिक शांति मिलेगी।
आज के दिन आटे से 11 शिवलिंग निर्मित करके 11 बार उनका जलाभिषेक करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
रोगों से मुक्ति हेतु शिवलिंग (Shivling) का 101 बार जलाभिषेक करें। जलाभिषेक करते समय ऊं जूं सः मंत्र का जाप करते रहें।
पापों से मुक्ति और सुखों की प्राप्ति के लिए आज के दिन भोलेनाथ (Bholenath) को तिल और जौं अर्पित करें। भगवान शिव (Lord Shiva) को जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि और तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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