मु्ंबई (Mumbai)। वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day 2023) हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है। यह एक वैश्विक अभियान है, जिसकी मदद से लोगों को यह बताया जाता है कि हार्ट संबंधी बीमारियों (heart related diseases) से कैसे बचा जा सकता है। हर साल दुनिया भर में हृदय रोग से लाखों लोगों की मौत हो जाती है.
हार्ट (World Heart Day 2023) की समस्या के प्रति लोगों को जागरूक करने और मौत से बचाने के मद्देनजर वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन ने ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ मनाने पर विचार किया. दुनियाभर में इस दिन यह बताने का प्रयास किया जाता है कि हार्ट की बीमारियों से किस तरह खुद का बचाया जा सकता है और आखिर किन लक्षणों को देखकर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. आइए जानते हैं कि आखिर ‘वर्ल्ड हार्ट डे’ का क्या इतिहास है और इसे क्यों सेलिब्रेट करना ज़रूरी है.
वर्ल्ड हार्ट डे का महत्व
दुनियाभर में हर साल करीब 17 मिलियल लोग हृदय रोग (सीवीडी) की वजह से मृत्यु के शिकार हो जाते हैं. इन मौतों का प्रमुख कारण कोरोनरी हार्ट डिजीज या स्ट्रोक रहा है. सीवीडी के बारे में एक आम गलत धारणा यह है कि यह विकसित देशों में अधिक लोगों को प्रभावित करता है, जो प्रौद्योगिकी पर अधिक निर्भर हैं और गतिहीन जीवनशैली जी रहे हैं, जबकि 80% से अधिक मौतें मध्यम आय और निम्न आय वाले देशों में होती हैं.
हार्ट की बीमारी होने का मुख्य कारण है व्यायाम की कमी, धूम्रपान, खराब आहार आदि. इसके अलावा, उपचार के लिए धन की कमी और सही समय पर इलाज ना करा पाना भी मौत का कारण होती है. ऐसे में हर साल इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में 90 से अधिक देश हिस्सा लेते हैं और इस दिन सीवीडी के बारे में जानकारी के प्रसार के लिए प्रयास करते हैं. इसमें सरकार और संगठनों की भागीदारी अधिक होना ज़रूरी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved