उज्जैन। विश्व पर्यावरण दिवस पर उज्जैन में कई सामाजिक संगठन एवं संस्थाओं द्वारा पौधारोपण किया गया। ऐसे ही कुछ पर्यावरण प्रेमियों ने महानंदा नगर नामक कालोनी में दो बगीचों को गोद लिया। प्रतिक स्वरूप आज हवन किया और पौधारौपण भी किया।
पर्यावरणविद् राजीव पाहवा ने बताया कि शनिवार को महानंदा नगर बी सेक्टर दो बगीचों में 11-11 पौधे लगाए। पौधे लगाने का काम प्रीति गु्रप द्वारा किया गया। उसके बाद दोनों बगीचे में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाएंगे ताकि पर्यावरण को बढ़ावा मिले। अभिलाषा कॉलोनी के पीछे आदिनाथ कॉलोनी में बसंत पंचमी पर 500 पौधे लगाए गए थे। जिनकी नियमित रूप से देखभाल की जा रही है। वहां पर पौधों को पानी देने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। शहर की प्रत्येक कॉलोनी ऑक्सीजन आत्मनिर्भर कॉलोनी बने ऐसे प्रयास कर रहे हैं।
नगर निगम के पूर्व सभापति सोनू गहलोत ने बताया कि पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए ग्राम मोजम खेड़ी के समीप सिंहस्थ सरोवर वाटिका का निर्माण करते हुए यहां पर कुछ वर्ष पहले कई नस्ल के पौधे लगाए थे। जो कि अब बड़े हो चुके हैं और पर्यावरण को बढ़ावा दे रहे हैं। आगर रोड नाका नंबर 5 से लेकर खाक चौक और खाक चौक से लेकर मंगलनाथ तक सड़क के दोनों ओर नीम, पीपल आदि के पौधे लगाए गए हैं। 2 साल में पौधे बड़े हो चुके हैं और आगामी सिंहस्थ में काफी बड़े हो जाएंगे। गहलोत ने कुछ वर्ष पहले पिपली नाका चौराहा से लेकर गढ़कालिका मंदिर और पिपली नाका चौराहा से लेकर वीर सावरकर चौराहे तक पौधारोपण करवायाए जिससे पर्यावरण को बढ़ावा मिला है।
पेड़ का मनाते हैं जन्मदिन
पूर्व पार्षद जगदीश पांचाल ने 7 वर्ष पहले पर्यावरण दिवस पर अपने घर के पीछे कदम का पेड़ लगाया था जिसका जन्मदिन प्रति वर्ष मनाते हैं। पांचाल ने अपने घर के आगे और पीछे लगभग 10 पेड़ लगा रखे हैं जिनमें आम, मीठा नीम आदि शामिल है। पांचाल पौधों की नियमित रूप से देखभाल करते हैं उनका कहना है कि पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए पेड़ पौधे जरूरी है यही हमें ऑक्सीजन देते हैं।
शहर में कई पौधे लगाए
श्री महाकाल शयन आरती भक्त मंडल के अध्यक्ष महेंद्र कटियार ने पर्यावरण को बढ़ावा देने के लिए इंदौर टैक्सटाइल मिल परिसर में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर के समीप अपने साथियों के साथ कई पौधे लगाए। इसके अलावा इंदौर रोड पर समाज की धर्मशाला के परिसर में पौधारोपण किया समय.समय पर पौधारोपण करते हैं और पौधों की सुरक्षा पर भी ध्यान देते हैं अगर रोड उद्योगपुरी में भी कुछ पौधे लगाए थे जो बड़े हो गए हैं।
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