मुंबई (Mumbai)। क्रिकेट वर्ल्ड कप (World cup 2023) में टीम इंडिया को मिली हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए ड्रेसिंग रूम (dressing rooms) का दौरा किया था। इसको लेकर तरह-तरह के बयान सामने आ रहे हैं। उनके सियासी विरोधियों ने इसका पुरजेर विरोध किया है, लेकिन वर्तमान से लेकर पूर्व खिलाड़ी तक समर्थन कर रहे हैं। राजनीतिक विरोध के बावजूद पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री और वेंकटेश प्रसाद ने पीएम मोदी के इस कदम की सराहना की है।
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का बचाव करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि यह एक उत्कृष्ट बात है क्योंकि मैं जानता हूं कि ड्रेसिंग रूम कैसा होता है और मैं एक क्रिकेटर के रूप में कई वर्षों के अलावा भारत के कोच के रूप में सात साल से अधिक समय तक उस ड्रेसिंग रूम में रहा हूं।” उन्होंने आगे कहा कि ‘जब आप देश के प्रधानमंत्री जैसे किसी व्यक्ति को ड्रेसिंग रूम में आते हुए देखते हैं तो यह बहुत बड़ी बात है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ सकता है। यह कोई आम आदमी का अंदर आना नहीं है। जब आपके सामने देश का प्रधानमंत्री हो तो उनका ड्रेसिंग रूम में आना विशेष होता है। मैं जानता हूं कि अगर मैं भारत का कोच होता तो खिलाड़ियों को कैसा महसूस होता। मुझे पता है कि मुझे कैसा महसूस होता।”
कीर्ति आजाद ने किया विरोध
क्रिकेटर से राजनेता बने कीर्ति आजाद ने इस घटना का विरोध किया है। पूर्व क्रिकेट ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ड्रेसिंग रूम में बिना कैमरे के जाना चाहिए था। उन्होंने कहा, “किसी को भी कमरे में जाने की अनुमति नहीं है। यह क्रिकेटरों के लिए निजी जगह है। माहौल ठीक नहीं था क्योंकि फाइनल हारने के कारण खिलाड़ी परेशानी में थे। यहां तक कि आईसीसी भी किसी को ड्रेसिंग रूम में जाने की इजाजत नहीं देता है। ड्रेसिंग रूम से जुड़ा एक वीआईपी लाउंज है। अगर वह चाहते तो उन्हें बाहर खिलाड़ियों से मिलना चाहिए था।”
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