हर साल 14 जून को ‘वर्ल्ड ब्लड डोनर डे’ मनाया जाता है। लोगों की जानें बचाने के लिए ब्लड डोनेशन (blood donation) की अहमियत बताने के लिए ये दिवस मनाया जाता है। हालांकि, आज भी कई लोगों को ब्लड डोनेशन को लेकर हिचकिचाहट होती है, साथ ही कुछ लोग रक्तदान से जुड़ी जानकारी के अभाव में लोग ब्लड डोनेट करने से पहले कई बड़ी गलतियां करते हैं। आइए जानते हैं कि ब्लड डोनेट करने जा रहे हर शख्स को कौन सी 10 खास बातें जरूर पता होनी चाहिए-
रक्तदान से पहले शरीर में हीमोग्लोबिन की जांच के लिए एक ब्लड सैंप लिया जाता है। इसके लिए हर ब्लड बैंक में विभिन्न प्रकार की तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर्स कहते हैं कि डोनर के रिपोर्ट में हीमोग्लोबिन काउंट 12.5g/dL या उससे ज्यादा होना चाहिए।
ब्लड डोनेट करने से पहले एक फॉर्म पर आपसे कुछ सवाल पूछे जाते हैं जिनका जवाब पूरी ईमानदारी से देना चाहिए। ये फॉर्म पूरी तरह से कॉन्फिडेंशियल होता है। दरअसल ये फॉर्म आपकी फिटनेस यानी सेहत की स्थिति को समझने के लिए होता है। इसलिए इस फॉर्म में सही जानकारी भरकर जमा करें।
अगर आपका वजन 45 किलोग्राम से ज्यादा है, लेकिन ब्लड प्रेशर असामान्य है तो रक्तदान से पहले कई पैमानों पर इसकी जांच जरूरी है। ऐसी स्थिति में रक्तदान से पहले निसंकोच डॉक्टर से मिलें और अपनी मेडिकल कंडीशन के बारे में स्पष्ट जानकारी दें। ब्लड डोनेशन में सुरक्षा के लिहाज से ये बेहद जरूरी है।
रक्तदान के समय अपने दिमाग को शांत रखना बहुत जरूरी है। ताकि आपको ध्यान रहे कि रक्तदान के लिए जो ब्लड बैग इस्तेमाल किया जा रहा है वो नया है और सिरींज (syringe) का प्रयोग भी दोबारा नहीं किया जा रहा है। इन दोनों ही मामलों में लापरवाही आपकी या किसी दूसरे शख्स की जिंदगी के लिए खतरनाक हो सकती है।
रक्तदान के समय अपना ख्याल रखना भी जरूरी है। मांसपेशियों को आराम दें और पैरों को बिना क्रॉस किए आराम से लेट जाएं। स्पंज बॉल को धीरे-धीरे दबाते रहें और खून देखकर घबराएं नहीं। अक्सर ब्लड डोनेशन के दौरान लोग ये छोटी-छोटी गलतियां करते हैं।
रक्तदान के बाद एकदम से उठना आपको मुश्किल में डाल सकता है। ब्लड डोनेट करने के बाद तकरीबन 10 मिनट तक लेटे रहिए। इस प्रक्रिया के बाद डॉक्टर जांच करेंगे कि आपके शरीर में रक्त प्रवाह सामान्य है या नहीं। या आपके दिमाग तक ब्लड की पर्याप्त सप्लाई हो रही है या नहीं। उठने से पहले अपने हाथ को मोड़कर ही रखें।
रक्तदान के बाद फ्लूड, जूस, बिस्किट या केला जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं। ब्लड डोनेशन सेंटर पर ही इसकी व्यवस्था होती है। आपके दिमाग (brain) को बेशक उसकी जरूरत महसूस न हो, लेकिन शरीर को उसकी जरूरत होती है। रक्तदान के बाद कोई भारी काम करने से बचना चाहिए।
जिस तरह आप रक्तदान से पहले और इसके दौरान शरीर का ख्याल रखते हैं, उसी प्रकार बाद में भी कई बातों को ध्यान रखना जरूरी है। ब्लड डोनेट करने के बाद हेल्दी खाना खाएं। तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। दिनभर धूम्रपान या एल्कोहल का सेवन करने से बचें।
ब्लड डोनेट करने के बाद इसे लेकर दूसरे लोगों को भी जागरूक करें। ब्लड डोनेशन कैंप पर अपने अनुभव को दूसरे लोगों के साथ साझा जरूर करें ताकि आगे चलकर वे उपरोक्त बताई गलतियों को न दोहराएं ।
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