नई दिल्ली: श्रीलंका को वर्ल्ड बैंक (World Bank) ने बड़ा झटका दिया है. वर्ल्ड बैंक की तरफ से फैसला किया गया कि श्रीलंका को तब तक नया कर्ज नहीं दिया जाएगा, जब तक कि देश की अर्थव्यवस्था संबंधी पर्याप्त व्यापक आर्थिक नीति रूपरेखा नहीं बनाई जाती. वर्ल्ड बैंक की तरफ से इस बारे में बयान जारी करके जानकारी दी गई.
इससे पहले खबरें आई थीं कि वर्ल्ड बैंक श्रीलंका को आर्थिक संकट (Economic Crisis) से उबारने के लिए ‘ब्रिज लोन’ या नई ऋण प्रतिबद्धताओं के रूप में समर्थन देने की योजना बना रहा है. हालांकि वर्ल्ड बैंक की तरफ से कहा गया कि वह पहले से आवंटित संसाधनों में परिवर्तन कर रहा है ताकि आवश्यक दवाएं एवं अन्य नकद सहायता दी जा सके.
वर्ल्ड बैंक ने एक बयान में कहा, ‘हाल में मीडिया में आई खबरों में कहा गया था कि वर्ल्ड बैंक ‘ब्रिज लोन’ या नई कर्ज प्रतिबद्धताओं (new loan commitments) के रूप में श्रीलंका की मदद करने जा रहा है. यह गलत है.’ वर्ल्ड बैंक की तरफ से कहा गया, ‘हमें श्रीलंका के लोगों की चिंता है और हम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा अन्य विकास साझेदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि देश को आर्थिक स्थिरता बहाल करने के लिए उचित नीतिगत सलाह दे सकें. जब तक एक पर्याप्त व्यापाक आर्थिक नीति रूपरेखा नहीं बनती तब तक विश्व बैंक श्रीलंका को नए वित्तपोषण की पेशकश (new financing offer) नहीं करेगा.’
इससे पहले विदेशी मुद्रा संकट से बचने के लिए श्रीलंका के मंत्रिमंडल ने पेट्रोलियम प्रोडक्ट की खरीद के लिए भारतीय एक्जिम बैंक (Indian Exim Bank) से 50 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज मांगने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. श्रीलंकाई सरकार की तरफ से देश के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल खत्म होने से रोकने के सभी संभव उपाय किए जा रहे हैं. देश में विदेशी मुद्रा संकट के चलते आयात के लिए भुगतान करने में दिक्कत हो रही है. ऊर्जा मंत्री कंचना विजेसेकेरा (Kanchana Vijayasekhar) ने कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में ईंधन खरीदने के लिए भारतीय एक्जिम बैंक (Indian Exim Bank) से लोन लेने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई.
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