रीवा। जिले में जल जीवन मिशन एवं नल जल योजनाओं से हर घर को स्वच्छ पानी पहुंचाने की योजना का कार्य प्रगति पर है। जिला प्रशासन के संयोजकत्व में जल जीवन मिशन द्वारा जिले की ऐसी ग्राम पंचायतों जहाँ हर घर में पानी पहुंचेगा, के जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों एवं रोजगार सहायकों सहित ग्रामीण क्षेत्र से संबद्ध कर्मचारियों की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यशाला में जिला पंचायत अध्यक्ष नीता कोल ने रीवा, सिरमौर एवं रायपुर कर्चुलियान जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के समन्वय से जिले में विकास के कार्य संचालित हैं। गांव के जनप्रतिनिधि का दायित्व है कि वह अपने गांव में सर्वे के दौरान यह सुनिश्चित कराएं कि अंतिम छोर के घर तक नल से जल पहुंचे। इसके साथ ही नलजल योजना के संचालन का भी दायित्व लेकर इसके निर्बाध संचालन में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि यह अति महत्वपूर्ण योजना है अत: इसके क्रियान्वयन में ग्रामवासी समवेत होकर घर-घर तक पानी पहुंचाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करें।
इस अवसर पर कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य है कि योजना के क्रियान्वयन के पूर्व सर्वे, टंकी निर्माण स्थल, पाइप लाइन बिछाने, इंटेक वेल निर्माण आदि कार्य पूर्व कार्ययोजना अनुसार तय कर लिए जाएं ताकि गांव में इस योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की बाधा न हो। उन्होंने कहा कि रीवा जिले के हर घर में स्वच्छ जल नल के माध्यम से पहुंचेगा अत: ग्रामवासी इस योजना के क्रियान्वयन में सकारात्मक मानसिकता के साथ सहयोग करें। गांव के जनप्रतिनिधि अपनी उपस्थिति में सर्वे कराएं तथा अपने गांव के कार्य को समझ कर क्रियान्वयन में सहभागी बनें। उन्होंने आश्वस्त किया कि पुरानी योजनाओं की कमियों व दिक्कतों को इस योजना से दूर कराया जाएगा।
कार्यशाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सौरभ सोनवणे ने बताया कि अभी तक ग्रामीण आबादी की पानी की निर्भरता भूजल से थी मगर इस योजना से सतही जल को स्वच्छ कर घर-घर तक पहुंचाया जाएगा। पंचायतों में सर्वे के साथ अन्य कार्य प्रारंभ होंगे अत: ग्रामवासी व जनप्रतिनिधि इसके क्रियान्वयन में सहयोगी बनें। उन्होंने कहा कि योजना के संचालन का दायित्व भी स्वसहायता समूह या जल संचालन समिति का है अत: ग्रामवासी अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी राजेश पाण्डेय ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि रीवा जिले में 2346 गांवों में से 2041 गांव जल निगम से, 109 गांव कंदैला योजना से, 196 गांव पीएचई विभाग की जल प्रदाय योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। अति महत्वाकांक्षी योजना से जिले के हर घर को स्वच्छ पानी मिलेगा। जल स्वच्छता समिति व ग्राम पंचायतें इस कार्य में सहयोगी बनें। जल जीवन मिशन के शाहिद अहमद ने बताया कि जिले में 150.94 करोड़ रुपए की लागत से कंदैला परियोजना से 109 गांवों में पानी पहुंचाने का कार्य प्रगतिरत है। इसी प्रकार दो अन्य परियोजनाओं रीवा-बाणसागर परियोजना से 1411 गांवों में व सतना बाणसागर समूह जल प्रदाय योजना से 995 गांवों के घर-घर में स्वच्छ पानी पहुंचाने के लिए सर्वे का कार्य प्रारंभ है। अब हैण्डपंप से नहीं बल्कि पाइपलाइन से जिले के हर ग्रामीण घर में स्वच्छ पानी पहुंचेगा। उन्होंने ग्रामवासियों से इस कार्य में सहयोग की अपेक्षा की। कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों व ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने भी अपने सुझाव दिए। इस दौरान जनपद सदस्य सुनीता द्विवेदी, जिला पंचायत सदस्य आरती पटेल, जनपद अध्यक्ष रायपुर कर्चुलियान सुनीता सिंह, कार्यपालन यंत्री शरद सिंह, विधायक प्रतिनिधि गुढ़ ढिल्लन सिंह सहित ग्रामीणजन, उपयंत्री व परियोजना से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।