जबलपुर। मुस्तैदी और ईमानदारी के साथ काम करो ताकि आदर्श मापदंडों पर खरा उतर सको। उक्त निर्देश बीती रात पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित अपराध समीक्षा बैठक में एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने अधीनस्थों को दिये। बैठक में एएसपी रोहित काशवानी, गोपाल प्रसाद खाण्डेल, संजय कुमार अग्रवाल तथा जिले में पदस्थ समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं समस्त थाना प्रभारी शहर एवं देहात उपस्थित थे। एसपी ने थानों में लंबित धारा 363 भादवि के प्रकरणों की समीक्षा कर गुम बालक/बालिकाओं की तलाश पतासाजी कर शीध्र दस्तयाबी हेतु आदेशित करते हुये कहा कि सीएम हेल्प लाइन की शिकायतों की समस्त राजपत्रित अधिकारी एवं थाना प्रभारी स्वयं समीक्षा करते हुए शिकायतकर्ता से विनम्रता पूर्वक चर्चा करें एवं उनकी जो भी शिकायत है, वैधानिक कार्यवाही करते हुए उसका प्राथमिकता के आधार पर त्वरित संतुष्टीप्रद निकाल करें तथा शिकायतकर्ता को की गई कार्यवाही से अवगत करायें। साथ ही समस्त राजपत्रित अधिकारी सीएम हेल्प लाइन से संबंधित शिकायतों की सुनवाई हेतु प्रति सप्ताह शनिवार के दिन अनुभाग के किसी भी एक थाने में कैंप लगायें एवं लंबित शिकायतों की स्वयं सुनवाई करते हुये शीघ्र निकाल करायें।
कमजोर वर्ग की शिकायत पर तत्काल करे कार्रवाई
महिलाओं, बच्चों, वृद्धों एवं समाज के कमजोर वर्गो के प्रति संवेदनशील रहते हुये इनके द्वारा की गयी शिकायतों पर तत्काल विधिसंगत कार्यवाही करते हुये राहत पहुचंाये। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहंी होना चाहिये, आपके द्वारा की गयी कार्यवाही निष्पक्ष एवं पारदर्शी होनी चाहिए इसके साथ ही लंबित अनुसूचित जाति/जनजाति के प्रकरणों की समीक्षा करते हुये अनुसूचित जाति एवं जनजाति के प्रकरणों में पीडि़त को तत्काल राहत राशि दिलाई जाये। इसके साथ ही विशेष अभियान के तहत काला बाजारी करने वालों तथा मिलावटखोरों, भू-माफियाओं/चिटफंड कंपनी के कारोबारियों एवं सूदखोरों तथा संगठित जुआ सट्टा खिलाने वालों, अवैध शराब एवं मादक पदार्थ/नशीले इंजेक्शन के कारोबार मे लिप्त आरोपियों तथा अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन के कारोबार में लिप्त माफियाओं के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करें। उच्च न्यायालय के द्वारा जारी समंस एवं वारंट की तामीली प्राथमिकता के आधार पर विशेष रूचि लेकर की जाये इसमें किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न बरती जाये। आपने चिन्हित सनसनीखेज जघन्य गम्भीर अपराधों एवं धोखाधड़ी, चिटफंड कम्पनी से सम्बंधित 420, 467, 468, 471 भादविं के प्रकरणों में अभी तक विवेचना में हुई प्रगति की विस्तृत से समीक्षा करते हुये आगामी कार्य विवेचना के सम्बंध में सम्बंधित राजपत्रित अधिकारियों तथा थाना प्रभारियो को निर्देशित करते हुये शीघ्र निकाल हेतु निर्देशित किया।
मापदंड के अनुसार होगा आदर्श थानों का मूल्याकंन
पुलिस मुख्यालय द्वारा आदर्श थाने के लिए निर्धारित किए गए मापदंड का कड़ाई से पालन कराएं। मापदंड के 15 बिंदु निर्धारित किए गए हैं प्रत्येक मापदंड के समान अंक रहेंगे अर्थात कुल 15 अंकों के आधार पर थानों का मूल्यांकन किया जावेगा। एसपी ने कहा कि पुलिस मुख्लालय स्तर पर सर्वोत्तम/उत्तम/अच्छे थानों के मूल्याकंन का कार्य अपराध अनुसंधान विभाग द्वारा किया जावेगा। इस हेतु थानों की संख्या का निर्धारण पुलिस कमिश्नरी के 05 थानों के चयन तथा ”अÓÓ वर्ग जिले के 03 थाने, ”बÓÓ जिले के 02 थाने तथा ”सÓÓ वर्ग जिले के 01 थाने को चयनित किया जायेगा। जिला/कमिश्नरी के चयनित थानों का प्रस्ताव संबंधित पुलिस अधीक्षक/पुलिस कमिश्नर द्वारा भेजा जावेगा। पुलिस मुख्यालय स्तर पर प्रदेश के सर्वोत्तम/उत्तम/अच्छे थानों के चयन के लिये उपरोक्तानुसार मापदण्ड अनुसार समीक्षा की जावेगी। प्रथम चरण में तीन माह की समीक्षा अर्थात 01 जनवारी 2022 से 31 मार्च 2022 तक की अप्रैल माह में की जावेगी एंव इसी प्रकार से 3-3 माह मे समीक्षा की प्रक्रिया निरन्तर जारी रहेगी।
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