– मंदिर लॉक, व्रत करने वाली महिलाएं और युवतियां प्रभु दर्शन नहीं कर पाएंगी
– भोजन में आज हल से जुते हुए अनाज और सब्जियों का उपयोग नहीं किया जाएगा
इंदौर। लीला पुरुषोत्तम भगवान कृष्ण के भ्राता बलराम का प्राकट्योत्सव तथा चंदनषष्ठी ; ऊब-हलछठ का व्रत आज विवाहित स्त्रियों ने अपने सुहाग की लंबी आयु के लिए तथा कुंआरी लड़कियों ने अच्छे पति की कामना के लिए रखा है। शाम को चंद्र को अद्र्ध देने के पश्चात व्रत खोला जाएगा।
नरसिंह मंदिर के पुजारी पं छोटेलाल शर्मा ने बताया कि भाद्र पद महीने की कृष्ण पक्ष की छठ-षष्टी तिथि को ऊब-हल छठ पर्व मनाया जाता है। श्री कृष्ण के जन्म से दो दिन पूर्व भाद्रपद के कृष्णपक्ष की षष्ठी को शाम ढलने के बाद व्रत रखने वाली महिलाए और कुंआरी लड़कियां मंदिरों में ठाकुरजी के दर्शन के साथ परिवार के सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। हल छठ का व्रत रखने वाली महिलाएं और कन्याएं सूर्यास्त से चंद्रोदय तक खड़े रहकर मंदिरों में भगवान के दर्शन कर पूजा अर्चना करती हैं और साथ में पौराणिक धार्मिक कथाओं का श्रवण करती हैं। महिलाए रात्रि में चंद्रमा निकलने पर चंद्रमा जी को अर्ध्य देने के बाद व्रत का पालना करती हैं। सूर्यास्त से लेकर चंद्रोदय तक व्रती खड़े रहते हैं इसीलिए इसको ऊब छठ कहते है। यह व्रत पुत्र को लंबी उम्र देने के साथ ही सुख एवं संपन्नता बढ़ाने के लिए रखा जाता है। आज भोजन में हल से जूते हुए अनाज और सब्जियों का उपयोग नहीं किया जाएगा ।
इस बार गोपाल मंदिर, नृसिंह मंदिर, यशोदा माता मंदिर सूने रहेंगे
विवाहिताओं और कुंवारी कन्याओं द्वारा आज रविवार को ऊबछठ लॉकडाउन में मनाई जाएगी। गौरतलब है कि प्रशासन ने रविवार को इंदौर जिले में लॉकडाउन लगा रखा है। ऐसे में मंदिर बंद होने से रविवार को कफ्र्यू में ही ऊबछठ मनेगी। इस बार गोपाल मंदिर, नृसिंह मंदिर, यशोदा माता मंदिर सुने रहेगे। ऐसी स्थिति में व्रत करने वाली महिलाएं और कन्याएं मंदिरों में दर्शन नहीं कर पाएंगी।
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