इंदौर में तेजी से बढ़ीं महिला मतदाता…
9 विधानसभाओं में 30 हजार ही पुरुष ज्यादा
इंदौर, प्रियंका जैन देशपांडे। इंदौर जिला (Indore District) जितनी तेजी से मेट्रो सिटी (Metro City) में तब्दील हो रहा है, उतनी ही तेजी से यहां महिलाएं (Women) भी अपने अधिकारों के लिए सबल और सतर्क हो रही हैं। अब महिलाएं भी अपने अधिकारों का उपयोग सटीक तरीके से कर रही हैं। चाहे वह सशक्तिकरण का परचम लहराना हो या मतदान के विशेष अधिकार का प्रयोग करना हो, महती भूमिका निभाने में पीछे नहीं हैं। इस बार मालिनी गौड़, मेंदोला और पटवारी के क्षेत्र में महिलाएं जीत-हार में कांटे की टक्कर देंगी। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Cm Shivraj Singh) द्वारा चलाई गई लाड़ली बहना योजना, उज्ज्वला योजना व सस्ती गैस से प्रभावित होकर महिलाएं जीत और हार के अंतर में काफी बड़ा फैसला ले सकती हैं। सिर्फ इंदौर चार नंबर विधानसभा व अयोध्या कहे जाने वाले क्षेत्र में ही 2 लाख 4853 से अधिक महिला मतदाता इस बार पुरुषों को बराबर की टक्कर देंगी।
पूरे इंदौर में 13 लाख 96525 पुरुषों पर 13 लाख 65871 महिला मतदाता है, यानि सिर्फ 30 हजार के करीब ही पुरुष अधिक है। एक नंबर से लेकर 9 विधानसभा में इस बार जीत के फैसले में महिलाएं पुरुषों के साथ बराबरी का फैसला लेंगी। 4 नबर विधानसभा में जहां 208858 पुरुषों पर 204853 महिलाएं हैं तो 2 नबर विधानसभा में दादा दयालु की किस्मत का फैसला लेने में भी महिलाओं का आशीर्वाद ही महती भूमिका निभाएगा। यहां भी 185538 पुरुष व 171818 महिला मतदाता अपना मतदान करेंगी। 3 नंबर विधानसभा क्षेत्र में सभी विधानसभाओं की तुलना में सबसे कम मतदाता हैं। यहां दूसरी मतदाता सूची का पुनरीक्षण होने के बाद अब तक 188246 मतदाताओं का रजिस्ट्रीकरण किया गया है, जिसमें से 94437 पुरुष व महिलाएं 93740 ही हैं, लेकिन इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा किन्नर वर्ग के 69 मतदाता निवास करते हैं।
उषा ठाकुर की विधानसभा भी महिला प्रधान
महू मेें उषा ठाकुर विधायक हैं। इस क्षेत्र में भी महिला मतदाताओं की संख्या प्रभावित करने वाली है। महू विधानसभा में भी महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों की तुलना में लगभग बराबरी कर रही है। यदि आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो महू में 1 लाख 42 हजार 889 पुरुष व 1 लाख 38 हजार 960 महिला मतदाता हैं। यहां प्रति एक हजार पुरुष पर महिला मतदाताओं की संख्या 973 है। वहीं यह आंकड़ा ग्रामीण क्षेत्र राऊ में 1लाख 79 हजार 693 पुरुष मतदाता और 1 लाख 76 हजार 143 महिलाएं शामिल हैं, जहां जेंडर रेशो 980 है तो सांवेर में यही रेशो 974 तक पहुंच गया है, जहां 1 लाख 53 हजार 149 पुरुष और 1 लाख 49 हजार 240 महिला मतदाता हैं।
जीत हार के अंतर को बदल सकती हैं
यदि पिछले विधानसभा चुनाव के आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो 2018 में 1201326 महिला मतदाता थीं। 2023 में इनकी संख्या 1 लाख 64445 से अधिक बढ़ गई है और यह संख्या किसी भी प्रत्याशी के जीत-हार के अंतर को पलटने के लिए काफी है। यदि किसी दल के प्रत्याशी इन महिलाओं को लुभाने में या प्रभावित करने में सफल होते हैं तो एक तरफ जीत नसीब हो सकती है, वहीं निर्वाचन विभाग भी मतदाता प्रतिशत बढ़ाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने का प्रबंध कर रहा है। महिलाओं व बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा की जा रही है, ताकि महिलाएं अधिक से अधिक संख्या में आकर मताधिकार का प्रयोग अधिक से अधिक संख्या में करें।
पिछली विधानसभा के बाद बढ़ी महिलाओं की संख्या
विधानसभा 2018 2023
देपालपुर 110467 132449
इंदौर1 157216 178266
इंदौर 2 160987 171818
इंदौर 3 92022 93740
इंदौर 4 12202 120398
इंदौर 5 180260 204853
महू 118681 138960
राऊ 140328 176147
सांवेर 119163 149240
यह रहा जेंडर रेशो
विधानसभा 2023
देपालपुर 982
इंदौर1 961
इंदौर 2 971
इंदौर 3 993
इंदौर 4 1000
इंदौर 5 982
महू 973
राऊ 980
सांवेर 974
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