– दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर योग्य उमलिंगला दर्रे तक 25 दिनों में तय की 3,187 किमी. की दूरी
नई दिल्ली। उत्तरी हिमालय पर्वतमाला में 18 जोखिम भरे दर्रों को कवर करते हुए मिस कंचन उगासांडी का एकल मोटरसाइकिल अभियान बुधवार को नई दिल्ली के सीमा सड़क भवन में संपन्न हुआ। दुनिया के पहले इस अभियान को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 11 जून को नई दिल्ली से झंडी दिखाकर शुरू किया था। कंचन उगासांडी ने दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर योग्य उमलिंगला दर्रे तक पहुंचने के लिए 25 दिनों में 3,187 किमी. की दूरी तय की।
लगभग महीने भर तक चले इस एकल अभियान में शामिल हुईं कंचन यूगुसांडी उमलिंगला 18 दर्रों को फतह करने वाली पहली महिला बाइकर बन गई हैं। उन्होंने एक बार में अकेले ही नई दिल्ली-मनाली-लेह-उमलिंगला-दिल्ली से 3,187 किलोमीटर की दूरी तय की। इस अभियान को सीमा सड़क महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी) के अध्यक्ष एसएम वैद्य ने संयुक्त रूप से झंडी दिखाकर रवाना किया। मिस यूगुसंडी ने 25 दिनों में दुनिया के सबसे ऊंचे मोटर योग्य उमलिंगला दर्रे तक पहुंचने के लिए 18 दर्रे पार किए। इस दर्रे को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 19,300 फीट की ऊंचाई पर बनाया है।
अभियान के सफल समापन पर डीजीबीआर ने अत्यंत कठोर भूभाग के माध्यम से अभियान शुरू करने के दृढ़ संकल्प और सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए बीआरओ कर्मयोगियों के सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करने के लिए मिस यूगुसांडी को बधाई दी।
उन्होंने कहा कि इस एकल मोटरसाइकिल अभियान ने सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क और कोरोना के प्रति सुरक्षा जागरुकता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डीजीबीआर ने कहा कि यह अनोखा मोटर साइकिल अभियान भारतीय महिलाओं के मजबूत संकल्प को प्रदर्शित करता है, जो रूढ़ियों को तोड़कर उन चुनौतियों का सामना कर रही हैं, जो अब तक नहीं की गई थीं। यह एकल मोटरसाइकिल अभियान महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक होगा। (एजेंसी, हि.स.)
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