बांसवाड़ा। एक विवाहिता के दोस्त से लिफ्ट लेकर बाइक पर जाना उसके पति को इतना नागवार गुजरा कि उसने पत्नी को पेड़ से बांधकर जमकर डंडे बरसाए। सात घंटे तक पत्नी को पेड़ से कसकर बांधे रखा। पति के गुस्से की वजह सिर्फ शक था। विवाहिता के दोस्त को भी पेड़ से बांधे रखा और मारपीट की। वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने पति समेत पांच लोगों को हिरासत में लिया है। यह घटना बांसवाड़ा जिले के घाटोल सर्किल की है।
बांसवाड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार मीणा के मुताबिक शुक्रवार शाम को वीडियो सामने आने के बाद रात करीब 2 बजे पति-पत्नी की पहचान की गई। पिता के घर मौजूद विवाहिता की ओर से रात ही को एफआईआर दर्ज की गई। घाटोल डीएसपी कैलाशचंद्र बोरीवाल ने बताया कि विवाहिता शुक्रवार को अपने किसी काम से घाटोल कस्बे गई थी। उसका ससुराल हेरो गांव में है और पीहर मिया का पाड़ला में है। रास्ते में विवाहिता की मुलाकात गोरधन पाड़ौली निवासी पुराने दोस्त देवीलाल मईड़ा से हुई।
पीड़िता ने बताया पूरा मामला
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि दोनों के बीच बातचीत हुई और विवाहिता ने देवीलाल से खुद की मौसी सास के घर गांव मुड़ासेल छोड़ने की बात कही। पेशे से ड्राइवर देवीलाल ने उसे मौसी के घर छोड़ दिया। यहां शक के आधार पर मौसी सास व घर वालों ने दोनों को बंधक बना दिया। सूचना देकर महिला के पति महावीर कटारा को बुलवा लिया। पीड़िता का कहना है कि मौसी सास के घर से लौटने के बाद आरोपियों ने उसके साथ देवीलाल को भी पेड़ से बांध दिया। इसके बाद पति महावीर, जेठ कमलेश, जेठानी सुंका और मामा ससुर के लड़कों ने डंडों और जूतों से मारपीट करना शुरू कर दिया। सात घंटे तक यह तमाश चलता रहा। इसके बाद सामाजिक स्तर पर भांजगड़ा (समझौता) कर देवीलाल से रकम ली गई है जिसका जिक्र नहीं किया गया।
मामला सिर्फ दोस्ती का ही है : पुलिस
डीएसपी कैलाशचंद्र ने बताया कि आरोपी पति सहित पांच जनों को हिरासत में लिया है। अब तक की पूछताछ में महिला और युवक के बीच सिर्फ दोस्ती ही है। दोनों के बीच किसी दूसरे रिश्ते की पुष्टि नहीं हुई है।
अमित मालवीय ने बोला हमला
दूसरी ओर वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग राजस्थान सरकार को जमकर घेर रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के कैंपेन ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ कैंपेन को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘राजस्थान के बांसवाड़ा में एक महिला के साथ अत्याचार की पराकाष्ठा हो गयी।अशोक गहलोत सरकार में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर लगातार सवाल उठते रहे हैं और हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। सारा समय गांधी परिवार की चाकरी करने वाले अशोक गहलोत को प्रदेश की सुध लेनी चाहिए।’
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