नई दिल्ली (New Dehli) । महिला (Woman) जब काम के बाद घर (Home) नहीं लौटी तो उसके परिवार (Family) वाले परेशान हो गई। उन्होंने इसे लेकर गुमशुदगी (Missing) की शिकायत (Complaint) दर्ज कराई। घरवालों ने उसका पता लगाने का बहुत प्रयास (Attempt) किया, मगर कोई सुराग नहीं मिला।
उज्बेकिस्तान के ताशकंद से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यहां तीन दिनों तक लिफ्ट में फंसे रहने के चलते एक महिला की मौत हो गई। मृतिका की पहचान ओल्गा लियोन्टीवा के तौर पर हुई है जो 32 साल की थी। लियोन्टीवा 9 मंजिला इमारत के टॉप फ्लोर पर लिफ्ट में फंसी हुई थी और मदद के लिए चिल्लाती रही मगर कोई आगे नहीं आया। यह दुर्भाग्य रहा कि इतनी ऊंचाई की वजह से किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी।
महिला जब काम के बाद घर नहीं लौटी तो उसके परिवारवाले परेशान हो गए। उन्होंने इसे लेकर गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। घरवालों ने उसका पता लगाने का बहुत प्रयास किया, मगर कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार 2 दिन बाद लिफ्ट में महिला की डेडबॉडी मिली। ओल्गा लियोन्टीवा शादीशुदा थीं। उनकी 6 साल की बेटी है, जो अब रिश्तेदारों की देखरेख में है। यह बच्ची अपनी मां को भूल नहीं पा रही और रो-रोकर उसका बुरा हाल है।
मेड इन चाइना थी लिफ्ट
लिफ्ट में फंसने की घटना को लेकर जांच शुरू कर दी गई है। शुरुआती जांच में पाया गया कि यह चीन निर्मित लिफ्ट है जो घटना के वक्त चालू हालत में थी। हालांकि, इसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया था। आउटलेट के अनुसार, महिला के लिफ्ट में फंसने की घटना जिस दिन हुई तब बिजली कटौती नहीं हुई थी। इसे लेकर स्थानीय लोगों के बयान भी दर्ज किए गए। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए हादसे का कारण लिफ्ट में खराबी माना गया है।
बिजली गुल होने से लिफ्ट में फंसी महिला की मौत
गौरतलब है कि इसी तरह की घटना पिछले हफ्ते इटली के पलेर्मो में हुई थी। यहां 61 वर्षीय महिला के लिफ्ट में फंसने से मौत हो गई थी। फ्रांसेस्का मार्चियोन जब लिफ्ट में थी तभी बिजली कट गई और पूरी कॉलोनी में अंधेरा छा गया। घटना की जानकारी मिलते ही इमरजेंसी सर्विस को घटनास्थल पर बुलाया गया, मगर तब तक महिला दम तोड़ चुकी थी। लिफ्ट को खोलने पर अंदर उसका शव मिला। लिफ्ट में बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता की स्थिति बन गई है। इस तरह के मामलों में गहन जांच की मांग हो रही है।
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