डेस्क। दुनिया में अब भी कई लोग अंधविश्वास (Blind Faith) के साये में फंसे हैं। इस चक्कर में कई बार तो लोग अपनी जान तक की बाजी लगा देते हैं। वहीं, कइयों की जिंदगी तक तबाह कर देते हैं। इसी कड़ी में पंजाब (Panjab) से अंधविश्वास का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सबको चौंका दिया है। यहां एक महिला (Mahila) ने अपने फायदे के लिए धोखे से नाबालिग लड़के साथ शादी (Shadi) रचाई और बाद में विधवा (Vidhwa) होने का मातम भी मना। पूरे इलाके में इस घटना की चर्चा हो रही है और लोग काफी हैरान भी हैं। तो आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
जालंधर (Jalandhar) के बस्ती बावा खेल में 13 साल का एक लड़का एक युवती से ट्यूशन पढ़ता था। युवती के परिजन उसके लिए लड़का खोज रहे थे। लेकिन, पंडित का कहना था कि वह मांगलिक है। लिहाजा, पहले उसकी किसी और से शादी करनी होगी, फिर विधवा बनकर विलाप करना होगा। तब जाकर उसकी कुंडली से ये दोष निकलेगा। पंडित की बात सुनकर युवती के परिजनों ने उसकी शादी उस नाबिलग से करा दी। शादी के बाद सुहागरात मनाने के लिए उस बच्चे को कमरे में ले जाया गया। इसके बाद युवती ने विधवा होने का नाटक किया।
वहीं, इस मामले के बाद बच्चा जब अपने घर गया तो घरवालों को सारी सच्चाई बताई। जिसके बाद मामला थाने पहुंचा। पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया और समझौता करा कर मामले को शांत कराया। इस संबंध में पुलिसवालों ने पंडित को भी बुलाया तब उसने कहा कि ये सब अंधविश्वास है। यहां आपको बता दें कि ये सारा नाटक पांच से छह दिनों तक चला। इस दौरान बच्चे से घर का काम भी कराया गया। आलम ये है कि इस घटना की चर्चा हर ओर हो रही और जमकर इसकी आलोचन कर रहे हैं।
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