सिवनी। जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल (South general forest) अंतर्गत आने वाले परिक्षेत्र कान्हीवाडा की बीट पढरापानी में रविवार की सुबह तेदूपत्ता तोडने गई एक महिला वन्यप्राणी (तेदुंआ/बाघ) के हमले से मृत हो गई है। विभागीय अमला मौके पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाहिया कर रहा है। दक्षिण सामान्य वनमंडल (South general forest) के वनमंडलाधिकारी एस.के.एस. तिवारी ने रविवार की दोपहर को जानकारी कि वनमंडल के परिक्षेत्र कान्हीवाडा अंतर्गत बीट पढरापानी में रविवार की सुबह ग्राम रतनपुर निवासी सुषमा (45)पत्नी संजय राहंगडाले तेंदूपत्ता तोडने के लिए गई थी इस दौरान वन्यप्राणी(तेदुंआ/बाघ) के हमले से सुषमा की मौत हो गई है। जिसकी सूचना मिलने पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वन विभाग का अमला घटना स्थल पर पहुंचकर अग्रिम कार्यवाही करते हुए मृतिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए पहुंचाया गया है।
आगे बताया कि वन विभाग द्वारा मृतिका के परिजनों को तात्कालीन सहायता राशि (Relief money) 10 हजार रूपये उपलब्ध कराई गई है। अन्य शेष राशि 3.90 लाख रूपये 02-04 दिन में दी जायेगी।
वनमंडलाधिकारी ने बताया कि ग्रामीण तेंदुआ और बाघ में अंतर नही समझ पाते है यह घटनाक्रम बहुत दुखद है। वन विभाग घटनाक्रम से जुडे तथ्यों (वन्यप्राणी के पग मार्ग) की जांच कर रहा है जिसके बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि यह घटना बाघ या तेंदुआ के द्वारा कारित की गई है। ग्रामीणों द्वारा तेंदुआ बताया जा रहा है वहीं अन्य लोगों द्वारा बाघ बताया जा रहा है। यह स्पष्ट बाघ के पद मार्ग चिन्ह मिलने के बाद हो पायेगा।
कान्हीवाडा परिक्षेत्र अधिकारी सुश्री पारूल सिंह ने बताया परिक्षेत्र अंतर्गत पढरापानी बीट में रविवार की सुबह ग्राम रतनपुर निवासी सुषमा (45)पत्नी संजय राहंगडाले तेंदूपत्ता तोडने गई थी इस दौरान वन्यप्राणी (बाघ/तेंदुआ) ने सुषमा पर हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गई है। वनविभाग वन्यप्राणी के पदचिन्ह (Foot marks) खोज रहा है इसके बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि यह घटना बाघ या तेंदुआ द्वारा कारित की गई है।
वनमंडलाधिकारी ने ग्रामवासियों से अपील की है कि तेंदुपत्ता तोडने के लिए अकेले न जायें , समूह में जायें , वन्यप्राणी(बाघ/तेंदुआ) चौपाया देखकर हमला करता है तेदुपत्ता तोडते समय आमजन झुकते हुए पत्ते तोडते है , उस समय कुछ लोग खडे रहे। चारो ओर देखते रहे। और जहां पर टाईगर का मूवमेंट है उन क्षेत्रों पर न जायें। सावधानियां बरतें।