डेस्क: दुनिया (World) में ऐसे बहुत से लोग हैं, जो एनिमल लवर (animal lover) हैं यानी जानवरों से प्यार करते हैं, उन्हें पालते-पोसते हैं. आपने देखा होगा कि लोग अपने पालतू जानवरों के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते हैं और जानवरों के साथ भी ऐसा ही होता है. वो भी अपने केयरटेकर (caretaker) के लिए बिना कुछ सोचे समझे अपनी जान की भी बाजी लगा देते हैं. वैसे कई बार ऐसे भी मामले सुनने में आते हैं जब लोग अपने पालतू जानवरों के साथ ऐसी ज्यादती करते हैं कि सुनकर ही गुस्सा आ जाता है. ऐसा ही एक मामला आजकल चर्चा में है.
एक महिला (Women) ने अपने पालतू कुत्ते (pet dog) के साथ कुछ ऐसा कर दिया कि कोर्ट (Court) ने उसे 15 महीने की सजा सुना दी. दरअसल, महिला अपने पालतू कुत्ते को ऐसी दवा खिला रही थी, जो उसके लिए जहर (Poison) के समान था. बाद में उसी दवा के सेवन से पालतू कुत्ते की मौत हो गई, जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा. वहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने महिला को दोषी पाया और उसे 15 महीने की सजा सुना दी. साथ ही कोर्ट ने उसे जानवरों के पालने पर 5 साल के लिए प्रतिबंध भी लगा दिया यानी अब वो चाहकर भी पांच साल तक किसी भी जानवर को नहीं पाल सकेगी.
पोस्टमार्टम से खुल गया भेद
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला ऑस्ट्रेलिया के सिडनी की रहने वाली है. उसके पालतू कुत्ते का नाम लोका था, जो हवानीस प्रजाति का था और उसकी उम्र एक साल थी. कुत्ते की मौत के बाद जब उसका पोस्टमार्टम हुआ तो महिला का सारा भेद खुल गया. डॉक्टरों ने पाया कि कुत्ते को 4 बार ओपिओइड और मेथामफेटामाइन जैसे कई ड्रग्स खिलाए गए थे. डॉक्टरों के लिए भी ये सोचने वाली बात थी कि आखिर महिला ने अपने ही पालतू कुत्ते के साथ भला ऐसा क्यों किया होगा.
मिली 15 महीने ‘सेवा’ की सजा
इस मामले में महिला ने पुलिस को बताया कि एक बार वह अपने पालतू कुत्ते को पार्क में ले गई थी, जहां उसने गलती से ड्रग्स का सेवन कर लिया. हालांकि पोस्टमार्टम में अलग ही खुलासा हुआ. ऐसे में कोर्ट ने महिला की सफाई को दरकिनार कर उसे सजा सुना दी और कहा कि कुत्ते को बेवजह पीड़ा सहनी पड़ी और यह बर्दाश्त करने लायक मामला नहीं है. अब महिला को 15 महीने तक समुदाय की सेवा करनी होगी. यही उसकी सजा है.
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