मुंबई (Mumbai)। मुंबई पुलिस ने डेढ़ साल पुराने एक हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप केस (High profile honey trap case) को सुलझाते हुए उसमें चार्जशीट दाखिल कर चौकाने वाले दावे किए हैं। चार्जशीट (Chargesheet) के मुताबिक, एक महिला, जिसने 64 वर्षीय एक चीनी व्यवसायी पर मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में यौन उत्पीड़न करने की कोशिश का आरोप लगाया था और दावा किया था कि उत्पीड़न की कोशिशों का विरोध करने के दौरान वह घायल हो गई थी। डेढ़ साल बाद जांच के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में दावा किया है कि कथित महिला ने यौन उत्पीड़न की कोशिश के दौरान विरोध होने पर घायल होने का जो नाटक किया था और हाथों पर जो खून के धब्बे पुलिस को दिखाए थे, वह चिकन ब्लड था।
मुंबई क्राइम ब्रांच के अनुसार, कोल्हापुर के व्यापारी से आरोपियों में से एक अनिल चौधरी की पहली मुलाकात साल 2016 में गोवा में हुई थी। दोनों इतने गहरे दोस्त हो गए कि जब भी व्यापारी किसी बिजनेस के सिलसिले में मुंबई आता तो वह अनिल चौधरी को फोन जरूर करता। पुलिस ने खुलासा किया है कि ब्लैकमेलिंग की कहानी साल 2017 में तब शुरू हुई, जब अनिल चौधरी और सपना ने व्यवसायी से दोस्ती की और उसकी संपत्ति का अध्ययन किया और उसे फंसाने की योजना बनाई।
कुछ देर बाद ही मोनिका ने हंगामा करना शुरू कर दिया कि व्यवसायी कि उसने उसके साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश की और उसकी साथी ने उस आदमी पर मारपीट का आरोप लगाते हुए झगड़े का एक वीडियो शूट कर लिया था। उस वीडियो के आधार पर ही यह गैंग व्यवसायी को ब्लैकमेल कर रहा था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved