मुंबई। मलयालम फिल्मों (malayalam movies) के जाने माने एक्टर और सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI(M)) के विधायक एम. मुकेश मुश्किल में पड़ गए हैं. उनके खिलाफ दुष्कर्म (Rape) का मामला दर्ज किया गया है. मुकेश पर एक एक्ट्रेस ने आरोप (An actress accused Mukesh) लगाया है कि अभिनेता ने कई साल पहले उसका यौन उत्पीड़न किया था जिसके आधार पर यह मामला दर्ज किया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने मामले को लेकर जानकारी दी कि बुधवार रात कोच्चि शहर के मरदु पुलिस थाने में अभिनेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई. यह मामला भारतीय दंड संहिता के तहत इसलिए दर्ज किया गया है, क्योंकि कथित अपराध भारतीय न्याय संहिता के लागू होने से पहले हुआ था. न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए गए खुलासों के बाद विभिन्न डायरेक्टर और एक्टर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. तब से मलयालम फिल्म जगत की किसी ‘हाई प्रोफाइल’ हस्ती के खिलाफ यह तीसरी प्राथमिकी है.
इससे पहले, तिरुवनंतपुरम ‘म्यूजियम पुलिस’ ने आठ साल पहले एक होटल में एक एक्ट्रेस से दुष्कर्म करने के आरोप में अभिनेता सिद्दीकी के खिलाफ बुधवार को मामला दर्ज किया था. पहला मामला भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला करना या आपराधिक बल प्रयोग) के तहत निर्देशक रंजीत के खिलाफ पश्चिम बंगाल की एक अभिनेत्री की शिकायत पर दर्ज किया गया था। यह शिकायत 2009 की एक घटना के संबंध में की गई है.
एक्ट्रेस ने आरोप लगाया है कि निर्देशक ने 2009 में फिल्म ‘पालेरी मणिक्यम’ में अभिनय के लिए आमंत्रित करने के बाद उसे अनुचित तरीके से छुआ था. इन आरोपों को लेकर रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. सिद्दीकी ने भी अपने खिलाफ लगे आरोपों के बाद ‘मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन’ (एएमएमए) के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. वर्ष 2017 में एक अभिनेत्री पर हमले के बाद केरल सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न एवं शोषण के मामलों का खुलासा किया गया है.
💔 This moment of #MeToo prevailing in our industry breaks you. Kudos to the women who have stood their ground and emerged victorious. ✊ The #HemaCommittee was much needed to break the abuse. But will it?
Abuse, asking for sexual favors, and expecting women to compromise to…
— KhushbuSundar (@khushsundar) August 28, 2024
जस्टिस हेमा कमिटी रिपोर्ट के सामने आने के बाद मलयालम इंडस्ट्री में हंगामा मच गया है. इस रिपोर्ट के बाद से कई एक्ट्रेस और फिल्म इंडस्ट्री की अन्य महिलाओं ने अपने साथ हुए शारीरिक, यौन और मानसिक शोषण को लेकर बात की है. कई मेल कलाकारों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. अब इसे लेकर एक्ट्रेस से पॉलिटिशियन बनीं खुशबू सुंदर ने बात की है.
खुशबू सुंदर ने X पर एक लंबी पोस्ट लिखी है. उन्होंने लिखा, ‘उन महिलाओं की हिम्मत की दाद देनी होगी जो अपनी बात पर अड़ी रहीं और जीत हासिल की. हेमा कमिटी शोषण से एक जरूरी ब्रेक था. शोषण, सेक्शुअल फेवर मांगना, महिलाओं को कॉम्प्रोमाइज करने के लिए बोलना ताकि उन्हें दबाया जा सके या फिर उनके करियर को आगे बढ़ाया जा सके, ये सब हर फील्ड में होता है. एक महिला को ही इस सबसे क्यों गुजरना पड़ता है? हालांकि मर्दों को भी इसका सामना करना होता है. लेकिन ज्यादातर ये चीजें महिलाओं के साथ ही होती हैं.’
एक्ट्रेस ने इस बात पर जोर डाला कि आपको अपनी आवाज उठानी चाहिए. उन्होंने लिखा, ‘इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आप आज बोलते हैं या कल, बस आवाज उठाइए. आवाज उठाने से आपकी इन चीजों से उबरने में मदद होगी और इसकी बेहतर जांच भी हो पाएगी. अपने पोस्ट में खुशबू सुंदर ने लोगों से दरख्वास्त की कि वो पीड़िताओं को दोषी न ठहराएं और न ही उन्हें शेम करें. न ही उनसे ऐसे सवाल करें कि ‘तुमने ये क्यों किया?’, ‘तुम्हें इसकी क्या जरूरत थी?’ ऐसे सवाल पूछने से पीड़िता और टूटती है. उन्होंने कहा कि भले ही पीड़िता आपके लिए अजनबी हो, लेकिन उसे आपके सपोर्ट की जरूरत है.
इस बीच एक्ट्रेस ने अपना उदाहरण भी दिया. उन्होंने लिखा, ‘कुछ लोग मुझसे पूछते हैं कि मैंने अपने पिता के हाथों झेली एब्यूज के खिलाफ आवाज उठाने में इतना वक्त क्यों लिया. मैं मानती हूं कि मुझे पहले कहना चाहिए था. लेकिन जो मेरे साथ हुआ वो मेरे करियर को आगे बढ़ाने के लिए कॉम्प्रोमाइज नहीं था. मुझे उस शख्स के हाथों शोषण झेलना पड़ा जिन्हें मुझे गिरने से बचाने वाले सबसे ताकतवर हाथ होना चाहिए थे.’
एक्ट्रेस ने पुरुषों से भी पीड़िताओं को सपोर्ट करने का आग्रह किया. अंत में उन्होंने लिखा, ‘ये सभी के लिए आंखें खोलने वाली चीज होनी चाहिए. शोषण को यही खत्म करते हैं. महिलाओं, सामने आओ और आवाज उठाओ. याद रखो कि आपके पास जिंदगी में हमेशा चॉइस होगी. आपकी न का मलतब हर तरह से न है. अपनी गरिमा और प्रतिष्ठा के साथ कभी भी समायोजन या समझौता न करें. कभी भी नहीं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved