पुरी । भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra) के लिए पांडी अनुष्ठान (Pandi Ritual) ओडिशा के पुरी में शुरू (In Puri, Odisha) होने के साथ ही (With the Start) भक्तों की भारी भीड़ (Huge Crowd of Devotees) उमड़ी (Gathered) । बता दे कि त्योहार पर भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए ओडिशा पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। कोरोना संक्रमण के बीच रथ यात्रा को देखते हुए ओडिशा सरकार बचाव और इलाज के पुख्ता प्रबंध कर रही है।
कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों के लंबे इंतज़ार के बाद शुक्रवार को विश्व प्रसिद्ध पुरी रथ यात्रा का शुभारंभ हुआ। भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथ यात्रा में भाग लेने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी, लेकिन कोरोना संक्रमण के बीच रथ यात्रा को देखते हुए ओडिशा सरकार बचाव और इलाज के पुख्ता प्रबंध कर रही है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने स्पष्ट कर दिया है कि वह नहीं चाहते कि कोविड के मामले एक बार फिर से बढ़ें। उन्होंने कहा कि लोगों को सावधान रहना होगा लेकिन सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। लोगों को बूस्टर खुराक सहित टीकाकरण की खुराक पूरी करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। टीकाकरण को पूरा करने के लिए सरकार अथक प्रयास कर रही है।
शहर में भीड़ को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों, बस टर्मिनलों और अन्य प्रवेश और निकास बिंदुओं पर टीकाकरण प्रमाण पत्र सत्यापित करने के लिए चौकियां स्थापित की हैं। इसके अलावा, दो दिनों में 1.2 मिलियन से अधिक मास्क मुफ्त में वितरित किए जाएंगे। जगन्नाथ मंदिर से गुंडिचा तक 3 किमी के रास्ते पर बिना मास्क के किसी को जाने की अनुमति नहीं होगी। पुजारियों और सेवायतों को अपना टीकाकरण पूरा करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। केवल कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने वालों को ही रथ पर जाने की अनुमति होगी। एक रथ पर लगभग 300-400 सेवायत इकट्ठे हो सकते हैं।
एनडीआरएफ, आरएएफ, ओडीआरएफ, तटरक्षक बल, स्वास्थ्य विभाग, नगर पालिकाओं, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन, स्वच्छता, पेयजल आदि जैसी प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के विभिन्न विंग किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैनात हैं। होटल और गेस्ट हाउस कोविड के नियमों और विनियमों का पालन करें, इसके लिए भी अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण रिपोर्ट की जांच के बाद ही होटल में ठहरने की अनुमति दी जा सकती है। यहां तक कि ऑटोरिक्शा और टैक्सी जैसे सार्वजनिक वाहनों से भी कहा गया है कि वे बिना मास्क के पर्यटकों को सवारी ना करवाएं।
राज्य में वर्तमान में 100 प्रतिशत रिकवरी दर के साथ, 527 सक्रिय कोविड मामले हैं। ऐसी आशंका है कि कोविड के मामले बढ़ सकते हैं इसलिए 57 अस्पतालों को कोविड के इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। वर्तमान में कोविड रोगियों के लिए लगभग 6,500 बिस्तर और 2,500 आईसीयू सुविधाएं उपलब्ध हैं।
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