नई दिल्ली। बात पुरानी हो गई जब एक शहर से दूसरे शहरों में जाने के लिए कई घंटों का समय लगता था आज तो देश में सड़कों का जाल (road network) बिछ गया जो घंटों का काम मिनटों में हो रहा है। यहां तक देश के ऐसे कई हाईवे बन गए जिन पर जेट फाइटर (Jet Fighter) तक उतरने लगे हैं, लेकिन अब सरकार इन सबसे हटकर नए हाईवे का निर्माण कर रही है जिन पर आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। जल्द ही केंद्र सरकार मैनपुर-पीलीभीत वाया फर्रुखाबाद के बीच 183 किलोमीटर लंबा डबल लेन राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway) का निर्माण करने जा रही है दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड सहित नेपाल के बीच सहज रोड कनेक्टिविटी बन जाएगी।
बता दें कि इस समय प्रदेश में उत्तर से दक्षिण दिशा के लिए कोई प्रमुख सड़क संपर्क मार्ग नहीं है। इस परियोजना को बनने के लिए सितंबर 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय द्वारा नियुक्त टेकनिकल कंसल्टेंट ने पिछले हफ्ते मैनपुरी-पीलीभीत वाया फर्रुखाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना की प्री फिजिबिलिटी रिपोर्ट व डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) बनाकर विभाग को सौंप दी है। इस संबंध में मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी और परियोजना को 24 महीने में पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मैनपुरी-पीलीभीत वाया फर्रुखाबाद रूट पर कई सेक्शन पर सिंगल लेन, इंटरमीडिएट सड़क व दो लेन सड़क है। सैद्धांतिक रूप से राजमार्ग का दर्जा पा चुकी इस सड़क को दो लेन राष्ट्रीय राजमार्ग (पेश शोल्डर युक्त) बनाया जाएगा।
बताया जा रहा हे कि परियोजना मैनपुरी से शुरू होकर मदनपुर, मोहम्दाबाद, फर्रुखाबाद, जलालाबाद, मीरनपुर कटरा, खुदागंज, बिलासपुर (NH-730 C) पीलीभीत तक जाएगी, जबकि बिलासपुर पीलीभीत वाया बरखरा (NH-731 K) कनेक्ट किया जाएगा। दूसरी ओर मैनपुरी-पीलीभीत परियोजना पुरानी लिपुलेख-भिंड रोड का हिस्सा है। यह राजमार्ग एमपी, यूपी, उत्तराखंड, नेपाल को जोड़ेगा वाया ग्वालियर, इटावा, फर्रुखाबाद, पीलीभीत। इसके अलावा परियोजना बेवर NH-34 से शुरू होगी, जोकि दिल्ली-अलीगढ़, बेवर, कानपुर, लखनऊ इकोनोमिक कॉरिडोर से जुड़ेगी। इस परियोजना के पूरा होने से लाखों लोगों को सुगम सुविधा मिलेगी।
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