उज्जैन। महाकाल मंदिर के पीछे रूद्रसागर में नालों का गंदा पानी भरा रहता है तथा जलकुंभी और काई के कारण बदबू आती है लेकिन भविष्य में यहाँ का नजारा एक नहर जैसा होगा और साफ पानी रूद्रसागर में एकत्र होगा। इसके लिए रूद्रसागर की सभी गंदे पानी की निकासी को बंद किया जा रहा है तथा शिप्रा के ट्रीटमेंट प्लांट से शुद्ध पानी रूद्रसागर में पाईप लाईन के द्वारा भेजा जाएगा। स्मार्ट सिटी योजना के तहत पाईप लाईन का काम भी चल रहा है।
रुद्रसागर में साल भर पानी भरा रहे इसके लिए क्षिप्रा नदी के तट पर लगे ट्रीटमेंट प्लांट से पाइप लाइन के माध्यम से ट्रीटेड वाटर रुद्रसागर में मिलाया जाएगा, इसके साथ महाकालेश्वर मंदिर के पीछे पानी की एक बड़ी टंकी का निर्माण भी किया जाएगा यह प्रोजेक्ट स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत होगा। स्मार्ट सिटी के कार्यपालन यंत्री फरीद उद्दीन ने बताया कि रूद्र सागर में सालभर शुद्ध पानी भरा रहे इसके लिए नरसिंहघाट से लेकर रुद्रसागर तक 300 एमएम की मोटाई वाले पाइप से 1200 मीटर लंबी पाइपलाइन का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। पाइपलाइन शिप्रा नदी स्थित ट्रीटमेंट प्लांट से लेकर रूद्र सागर तक लाई जाएगी और महाकालेश्वर मंदिर विस्तार योजना के अंतर्गत आने वाले सभी प्रोजेक्ट में इसी पाइपलाइन के माध्यम से पानी सप्लाय किया जाएगा जिसमें चारधाम मंदिर स्थित पानी की टंकी, नवनिर्मित स्कूल धर्मशाला एवं आसपास के क्षेत्रों में भी इसी पाइप लाइन के माध्यम से पानी सप्लाय किया जाएगा। ट्रीटमेंट प्लांट से पानी लाने के कारण ट्रीटेड पानी की सप्लाई पीने लायक पानी रुद्रसागर में होगी 1 दिन में लगभग 20 लाख लीटर पानी की सप्लाई की जाएगी। बड़े गणेश मंदिर के पास बनने वाली नवनिर्मित धर्मशाला के समीप एक बड़ी पानी की टंकी का निर्माण किया जाएगा और उसमें भी इस पाइप लाइन से पानी सप्लाय किया जाएगा। इस योजना की लागत लगभग 2 करोड़ रुपए होगी।
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