- उन्हेल की सभा में बात तो उठी लेकिन क्या उज्जैन उत्तर के कांग्रेसी छत्रप पचा पाएँगे नूरी को- उज्जैन उत्तर में 52 हजार से अधिक मुस्लिम वोटर
उज्जैन। उत्तर विधानसभा से नूरी खान को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कांग्रेस के कई दावेदारों में बैचेनी है। इस शहरी विधानसभा में मुस्लिम वोटों की संख्या 52 हजार से अधिक है और ऐसे में कांगे्रस नूरी खान को प्रत्याशी बना सकती है। उज्जैन में इन दिनों कांग्रेस की स्थानीय राजनीति में हलचल मची हुई है और उज्जैन उत्तर के विधानसभा चुनाव के कई दावेदार परेशान घूम रहे हैं। इसका कारण है पिछले दिनों उन्हेल में हुए अल्पसंख्यक सम्मेलन में नूरी खान ने खुले रूप से स्वयं को उज्जैन उत्तर की विधानसभा सीट से दावेदार बताया। उपस्थित लोगों ने इसका समर्थन किया। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी इस पर सहमति जताई है लेकिन बड़ी बात यह है कि अभी से कुछ भी कह पाना मुश्किल है, क्योंकि उज्जैन उत्तर में इतनी भयंकर गुटबाजी है कि यहाँ कांग्रेस को कांग्रेस ही हरा देती है। पिछले कई चुनाव से यही हो रहा है और भाजपा प्रत्याशी पारस जैन आराम से जीत जाते हैं।
फिर बात बटुकशंकर जोशी की हो या राजेन्द्र भारती की या फिर विक्की यादव की..सभी को कांग्रेस के भीतरघात के जख्म लगे हुए हैं। तो फिर नूरी खान को उज्जैन उत्तर में कांग्रेस के नेता कैसे पचा पाएँगे, इसका उत्तर शायद नहीं मैं है। उज्जैन उत्तर में मुस्लिम वोटों की संख्या अच्छी खासी है लेकिन बड़ी बात यह है कि जीतने के लिए जो वोट चाहिए वह कांग्रेस की एकजुटता से आएँगे। उज्जैन उत्तर सीट पर नूरी खान की दावेदारी इसलिए भी दम रखती है क्योंकि पिछले दिनों उन्होंने राहुल गांधी के साथ जनादेश यात्रा की थी व पूरे देश में भ्रमण किया था। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ उन्हें टिकट दे सकते हैं..तो क्या फिर लंबे समय बाद कांग्रेस का कोई मुस्लिम उम्मीदवार उज्जैन उत्तर से जीत सकता है, इसके लिए कई तरह की चर्चाएँ चल रही है। यहाँ उल्लेखनीय है कि उज्जैन में उत्तर क्षेत्र में अभी सबसे अधिक कांग्रेस के उम्मीदवार बताए जा रहे हैं।