नई दिल्ली. 23 सितंबर की रात लेबनान (Lebanon) में हिजबुल्लाह (Hezbollah) के गढ़ पर इजरायल (Israel) ने ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक (Airstrike) की. फाइटर जेट्स (fighter jets) से बम गिराए गए. सैकड़ों बम. 1600 टारगेट्स को तबाह किया गया. इसमें करीब 500 लोगों के मारे जाने की खबर है. इजरायल ने साफ चेतावनी दी कि लेबनान के लोग हिजबुल्लाह के ठिकानों से दूर चले जाएं. क्योंकि वो तबाह होंगे.
इस बात के भी सूबत मिले हैं कि हिजबुल्लाह के लड़ाकों ने लेबनान में घरों में भारी रॉकेट्स और हथियारों का जखीरा जमा कर रखा है. जिसे इजरायल खोज-खोजकर तबाह कर रहा है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक संदेश जारी किया है. उन्होंने लेबनानी नागरिकों से आग्रह किया कि इस चेतावनी को गंभीरता से लें.
सवाल ये उठ रहा है कि क्या ईरान हिजबुल्लाह और लेबनान को बचाने के लिए सीधे इजरायल से सामना करेगा? क्या उसके पास इतनी ताकत और फोर्स है कि वो इजरायल से आमने-सामने की सीधी जंग लड़ पाए. आइए जानते हैं दोनों देशों की मिलिट्री ताकत… कौन किस मामलें में कितना बेहतर और दमदार है.
सैनिकों के मामले में ईरान ज्यादा ताकतवर है. इजरायल की टेक्नोलॉजी. ईरान के पास मिसाइलें ज्यादा हैं. इजरायल के पास शानदार रक्षा कवच है. मिलिट्री ताकत की बात करें तो दुनिया के 145 देशों की ग्लोबल रैंकिंग में ईरान 14वें और इजरायल 17वें पोजिशन पर है.
ईरान के पास कुल 11.80 लाख सैनिक हैं. वहीं इजरायल के पास 6.70 लाख. ईरान के पास एक्टिव सैनिक 6.10 लाख हैं. इजरायल के पास 1.70 लाख. ईरान के पास रिजर्व सैन्य बल 3.50 लाख और इजरायल के पास 4.65 लाख. इस मामले में इजरायल ईरान से थोड़ा आगे है. लेकिन ईरान के पास सैनिक ज्यादा हैं.
ईरान के पास 2.20 लाख पैरा-मिलिट्री है, जबकि इजरायल के पास मात्र 35 हजार सैनिक. ईरान के पास कुल 42 हजार वायुसैनिक हैं. इजरायल के पास 89 हजार. अगर थल सैनिकों की बात करें तो ईरान के पास 3.50 लाख तो इजरायल के पास 5.26 लाख. यहां भी इजरायल ईरान से आगे है. ईरान के पास कुल 18,500 नौसैनिक हैं, जबकि इजरायल के पास 19,500.
ईरान की वायुसेना के पास 551 एयरक्राफ्ट रिजर्व में हैं. जबकि, 358 एक्टिव हैं. वहीं इजरायल के पास 612 रिजर्व और 490 एक्टिव एयरक्राफ्ट हैं. ईरान के पास 186 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 121 हर समय हमले के लिए तैयार रहते हैं. जबकि इजरायल के पास 241 फाइटर जेट्स हैं, जिनमें से 193 हमला के लिए रेडी रहते हैं. यानी इन मामलों में भी इजरायल ईरान से काफी आगे है.
ईरान के पास 86 ट्रांसपोर्ट विमान हैं, जिनमें से 56 एक्टिव हैं. इजरायल के पास 12 हैं, जिनमें से 10 एक्टिव सर्विस में हैं. दो स्टॉक में है. ईरान के पास 102 ट्रेनर्स हैं, इजरायल के पास 155 ट्रेनर्स एयरक्राफ्ट हैं.
ईरान के पास 129 हेलिकॉप्टर्स हैं, जिनमें से 84 रेडी मोड हैं. जबकि इजरायल के पास 146 हेलिकॉप्टर्स हैं, जिनमें से 117 एक्टिव मोड में हैं. ईरान के पास 13 अटैक हेलिकॉप्टर हैं, जबकि इजरायल के पास 48.
ईरान के पास कुल मिलाकर 1996 टैंक हैं, जिनमें से 1397 इस समय जंग के लिए तैयार हैं. इजरायल के पास 1370 टैंक हैं, जिनमें से 1096 टैंक हमले के लिए तैयार हैं. ईरान के पास कुल 65,765 सैन्य वाहन हैं, जिनमें से 46 हजार से ज्यादा एक्टिव हैं. इजरायल के पास 43,407 सैन्य वाहन हैं, जिनमें से 34,736 एक्टिव मोड में हैं.
सेल्फ-प्रोपेल्ड आर्टिलरी की बात करें तो ईरान के पास 580 हैं, जिनमें से 406 एक्टिव सर्विस में हैं. बाकी स्टॉक में. वहीं, इजरायल के पास 650 सेल्फ-प्रोपेल्ड आर्टिलरी है, जिनमें से 540 हमला करने के लिए तैयार हैं.
अगर खींचने वाली आर्टिलरी की बात करें तो ईरान के पास 2050 हैं, इजरायल के पास सिर्फ 300. ईरान के पास 775 मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम (MLRS) है, जबकि इजरायल के पास सिर्फ 150.
ईरान के पास कुल 101 नौसैनिक एसेट्स हैं. इजरायल के पास 67. दोनों देशों के पास कोई भी एयरक्राफ्ट कैरियर या हेलिकॉप्टर कैरियर्स नहीं हैं. न ही दोनों के पास डेस्ट्रॉयर्स हैं. ईरान के पास सात फ्रिगेट है. इजरायल के पास नहीं है. ईरान के पास तीन कॉर्वेट्स हैं, इजरायल के पास 7 कॉर्वेट्स हैं. ईरान के पास 19 सबमरीन है, इजरायल के पास 5 हैं. ईरान के पास 21 पेट्रोल वेसल है, इजरायल के पास 45 पेट्रोल वेसल हैं.
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