नई दिल्ली: अनचाही कॉल्स और एसएमएस रोकने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटिंग कंपनियों पर सख्ती करने के निर्देश दिए हैं. ट्राई ने कंपनियों को निजी नंबर्स से कॉल करने वाले टेलीमार्केटिंग पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हाल ही में आए सर्वे के अनुसार हर तीन भारतीयों में से दो को रोजाना तीन या इससे ज्यादा परेशान करने वाले कॉल आते हैं. उनमें से 50 फीसदी का कहना है कि ऐसे कॉल लोगों के निजी नंबर से आते हैं.
ट्राई की ओर से जारी किए गए दिशा निर्देश
एक सर्वे में बात आई सामने
लोकल सर्वे में शामिल 45 फीसदी लोगों को औसतन 3-5 परेशान करने वाली कॉल हर दिन मिलती हैं. जबकि 16 फीसदी का दावा है कि उन्हें हर दिन 6-10 कॉल मिलती हैं. 5 फीसदी का दावा है कि हर दिन 10 से ज्यादा परेशान करने वाले कॉल आते हैं. सर्वे में शामिल सभी 100 फीसदी नियमित रूप से परेशान करने वाले कॉल प्राप्त करने की पुष्टि करते हैं. 60 फीसदी कॉल करने वाले “वित्तीय सेवाओं की बिक्री” से संबंधित अधिकांश कॉल प्राप्त करते हैं.
18 फीसदी को “अचल संपत्ति बेचने” से संबंधित अधिकांश कॉल प्राप्त होते हैं, जबकि 10 फीसदी को “नौकरी/कमाई के अवसर की पेशकश” से संबंधित अधिकांश कॉल प्राप्त होते हैं. सर्वे के अनुसार ट्राई और ऑपरेटरों के प्रयासों के अब तक परिणाम नहीं मिलने से स्थिति बिगड़ती जा रही है. सर्वे में ट्राई के लिए पर्सनल फोन नंबरों द्वारा फ्रेस्की कॉल्स के तौर-तरीकों की रूपरेखा दी गई है और वे चाहते हैं कि वह उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए.
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