रवीन्द्र जैन
भोपाल। भोपाल में आयकर विभाग की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई के बीच शुक्रवार देर रात आयकर विभाग ने अपने अधिकारिक बयान में दावा किया था कि छापे में पीयूष और राघवेन्द्र सिंह के पास मिली बेनामी संपत्तियों में रिटायर अफसरों की अवैध कमाई लगी है। अब एक ही सवाल पूछा जा रहा है कि भोपाल के चौक क्षेत्र में चली आयकर की इस बड़ी कार्रवाई की जांच अफसरों की बस्ती चार इमली तक पहुंच पाएगी या नहीं? इधर एक बड़ा खुलासा हुआ है कि जिन दो बिल्डर पीयूष गुप्ता और रेहान खान के यहां छापे पड़े हैं उन्हें शायद काफी पहले ही भनक लग गई थीं। उन्होंने अपनी कंपनियों को बंद कर ताला लगा दिया है।
आयकर विभाग की 3 दिन की कार्रवाई के बाद अब सबकी नजर अवैध कमाई को ठिकाने लगाने वाले मास्टर माइंड पीयूष गुप्ता पर टिक गई है। बताया जाता है कि गुप्ता की मां गंभीर रूप से बीमार है इसलिए आयकर विभाग उससे सख्ती से पूछताछ नहीं कर पा रहा है। पीयूष गुप्ता को बताना है कि लगभग 100 करोड़ की संपत्तियां खरीदने के लिए उसके पास रकम कहां से आई। पीयूष के बयान पर ही आयकर के आगे की कार्रवाई टिकी हुई है। इधर पीयूष और रेहान को काफी पहले ही भनक लग गई थी कि आयकर उन पर नजर रखे हुए हैं। यही कारण है कि उन्होंने अपनी कंपनी गोल्डन ग्रुप रियल स्टेट प्रायवेट लिमिटेड सहित कुछ अन्य कंपनियों को बंद कर दिया है। यह भी पता चला है कि कुछ दिन पहले पीयूष गुप्ता ने भोपाल के गांधी नगर क्षेत्र में होटल गल्डन लेक खरीदा है। जिसे टीटी नगर के एक व्यवसायी को संचालन के लिए दो लाख रुपये महीने पर सौंप दिया है। आयकर की कार्रवाई के साथ-साथ भोपाल पुलिस भी सक्रिय हो गई है। भोपाल पुलिस को सूचना मिली है कि जमीनों के लेन-देन में पीयूष गुप्ता ने कई लोगों को पीडीसी चेक दिए हैं और कुछ नगद भुगतान करना था वह नहीं किया है जिससे कई लोग छला हुआ महसूस कर रहे हैं। पुलिस ऐसे लोगों को तलाश कर कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
तोमर की कटारे को चेतावनी
फैथ क्रिकेट अकादमी पर आयकर की कार्रवाई खत्म होते ही फैथ अकादमी के संचालक राघवेन्द्र सिंह तोमर ने शनिवार को अकादमी से ही फेसबुक लाईक करके अटेर कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमंत कटारे को खुली चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि संभल जाओं और आरोप लगाना बंद करो। कटारे ने आयकर छापे के बीच एक वीडियो जारी कर राघवेन्द्र सिंह तोमर और प्रदेश के एक मंत्री के बीच संबंधों को लेकर कटाक्ष किया था कि यह रिश्ता क्या कहलाता है। राघवेन्द्र ने अपने समर्थकों और शुभचिंतकों को संदेश भी दिया है कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। वे आयकर को पूरा सहयोग करेंगे और कुछ दिनों में ठीक हो जाएगा।
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