उत्तरकाशी: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल राहत और बचाव काम की निगरानी करने के लिए उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग हादसे (Uttarakhand Tunnel Collapse) की जगह पर पहुंचा है. इस सुरंग के एक हिस्से के ढहने के कारण 41 मजदूर 12 नवंबर से ही उसमें फंसे हुए हैं. पीएमओ के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, गृह सचिव एके भल्ला के साथ ही उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू भी मौके पर पहुंचे हैं. पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी मंगेश घिल्डियाल पहले से ही यहां मौजूद हैं. पीएम नरेंद्र मोदी लगातार सुरंग में फंसे मजदूरों के बचाव मिशन में हुई प्रगति की जानकारी ले रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (रिटायर) ने आज उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग के मुहाने के पास बने मंदिर में पूजा-अर्चना की. वहां ऑगर मशीन के खराब होने के बाद फंसे हुए 41 मजदूरों तक पहुंचने के लिए सुरंग के ऊपर से सीधे नीचे वर्टिकल ड्रिलिंग कल से ही शुरू हो गई है. वहीं माइक्रो टनलिंग विशेषज्ञ क्रिस कूपर ने उत्तरकाशी सुरंग बचाव अभियान के बारे में कहा कि ‘… ऑगर मशीन का सारा मलबा हटा दिया गया… मैन्युअल ड्रिलिंग संभवत: 3 घंटे के बाद शुरू होगी… हमें 9 मीटर हाथ से सुरंग बनाने का काम करना है. यह वास्तव में इस पर निर्भर करता है जमीन कैसे व्यवहार करती है.’
क्रिस कूपर ने कहा कि ‘यह जल्दी हो सकता है या थोड़ा लंबा समय लग सकता है. अगर हम कुछ जालीदार गर्डर से टकराते हैं, तो हमें जालीदार गर्डर को काटना होगा, लेकिन हमें विश्वास है कि हम इससे पार पा सकते हैं… सेना ऑपरेशन की देखरेख कर रही है… 30 मीटर वर्टिकल ड्रिलिंग की गई है…’ जबकि सिलक्यारा सुरंग स्थल पर मौजूद बीआरओ के पूर्व डीजी हरपाल सिंह ने कहा कि 31 मीटर तक वर्टिकल ड्रिलिंग की गई है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा ने तकरीबन 25 मिनट टनल में बिताने के बाद इंचार्ज ऑफिसर से जानकारी ली और वापस रवाना हो गए.
वहीं उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग में पिछले दो हफ्ते से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए की जा रही ड्रिलिंग के दौरान मलबे में फंसे अमेरिकी ऑगर मशीन के शेष हिस्से भी सोमवार तड़के बाहर निकाल लिए गए. अधिकारियों ने बताया कि फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए अब हाथ से ड्रिलिंग की जाएगी. सुरंग के सिलक्यारा छोर से 25 टन वजनी अमेरिकी ऑगर मशीन के जरिए चल रही क्षैतिज ड्रिलिंग में अवरोध शुक्रवार शाम को आया जब उसके ब्लेड मलबे में फंस गए.
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