नई दिल्ली: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है. बीजेपी तीन राज्यों के फॉर्मूले से 2024 फतह करना चाहती है. इसके लिए उसने एक खास प्लान तैयार किया है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी पिछले लोकसभा चुनाव में हारी या कमजोर 160 सीटों पर जनवरी में उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. इन सीटों पर बीजेपी को मजबूत करने के लिए पिछले दो साल से काम चल रहा है.
मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी ने चुनावों की घोषणा से पहले ही कमजोर सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए थे. इनमें से कई सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. बता दें कि हारी या कमजोर 160 सीटों में से ज्यादातर सीटें दक्षिण और पूर्वी राज्यों की हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र की भी कई सीटें है. यूपी की 14 सीटों पर बीजेपी 2019 में हारी थी.
बता दें कि देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. 350 प्लस सीटों के टारगेट को हासिल करने के लिए बीजेपी अब उन 160 सीटों पर फोकस कर रही है, जिन पर वह 2019 लोकसभा चुनाव में हार गई थी. हाल में संपन्न हुए तीन राज्यों के चुनाव में बीजेपी ने इन्हीं सीटों पर खासा जोर दिया था. पार्टी ने इन 160 सीटों को सी और डी कैटेगिरी में बांट दिया था. सी और डी कैटेगिरी में 80-80 सीटें रखी गई थीं.
मिशन-160 के लिए बीजेपी ने 40 केंद्रीय मंत्रियों की अलग-अलग टीम गठित की थी. मोदी कैबिनेट में शामिल मंत्रियों को प्रभारी बनाया गया था. इनमें हर एक मंत्री के पास 2 से 3 लोकसभा सीट की जिम्मेदारी थी. वहीं फॉर्मूला अब बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में अपनाएगी. संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार की कमान संभालेंगे. पीएम मोदी हर राज्य में दो से तीन दिन जाएंगे.
पीएम मोदी के सरकारी दौरों पर विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होगा. इसके साथ ही प्रधानमंत्री लोगों के बीच जाएंगे. बड़ी सभाओं का आयोजन किया जाएगा. बीजेपी ने अपने सांसदों के प्रदर्शन के बारे में अब जनता से सीधे सवाल किए हैं. नमो ऐप पर सरकार के प्रदर्शन, योजनाओं के क्रियान्वयन आदि के बारे में जनता का सीधा फीडबैक मांगा गया है. हर संसदीय क्षेत्र में तीन सबसे अधिक लोकप्रिय बीजेपी नेताओं के नाम भी मांगे गए हैं. इन्हीं के आधार पर आगामी लोक सभा चुनाव में उम्मीदवारों के नामों का फैसला होगा.
बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र और चुनाव अभियान समिति का गठन भी करेगी. घोषणा पत्र के लिए देश भर से लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे. केंद्रीय मंत्रियों से घोषणापत्र के लिए उनके मंत्रालयों से संबंधित सुझाव पहले ही मांगे जा चुके हैं. इस तरह बीजेपी ने पिछले चुनाव में हारी हुई सियासी बाजी को 2024 में जीतने की मुहिम को अमलीजामा पहनाएगी.
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