वायनाड: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जब उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर गए थे तब पुलिस वालों ने वहां उनके और उनकी न्याय यात्रा टीम के सारे लोगों के मोबाइल फोन्स रखा लिए थे. एक भी स्मार्टफोन तब उन लोगों के पास नहीं रहने दिया गया था. यह खुलासा सोमवार (19 फरवरी, 2024) को खुद केरल के वायनाड से पार्टी सांसद (राहुल गांधी) ने किया.
यूपी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत रैली में सोमवार दोपहर को उन्होंने दावा किया- मैं भगवान शिव को मानता हूं. जब मैं काशी विश्वनाथ मंदिर गया था तो वहां पर पुलिसवालों ने सारे मोबाइल फोन रख लिए. ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी नहीं चाहती कि मेरा फोटो शिव मंदिर के अंदर दिखे.
यूपी कांग्रेस ने भी लगाया था आरोप, मंदिर ने दी थी ये सफाई
रविवार (18 फरवरी) को यूपी कांग्रेस ने इस संबंध में आरोप लगाया था कि राहुल गांधी की टीम को कैमरा लेकर मंदिर में एंट्री नहीं करने दी गई. साथ ही फोटो नहीं जारी करने का दावा भी किया गया था. वहीं, इन आरोपों पर मंदिर प्रशासन ने भी फौरन सफाई दी थी. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने कांग्रेस के आरोपों को निराधार बताया था. काशी विश्वनाथ ट्रस्ट ने कहा था कि राहुल गांधी ने मंदिर के गर्भ गृह में पूजा नहीं की थी, जबकि कांग्रेस का कहना था कि राहुल गांधी की पूजा राजेंद्र तिवारी नाम के पंडित ने कराई है. इस पर ट्रस्ट ने कहा था कि राजेंद्र तिवारी नाम के कोई पुजारी मंदिर में नहीं हैं.
आज प्रतापगढ़ और अमेठी तक का है रूट
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज (19 फरवरी) प्रतापगढ़ और अमेठी में है. प्रतापगढ़ पहुंचने के बाद राहुल ने लोगों को संबोधिथ किया. राहुल गांधी प्रतापगढ़ शहर में भगवा चुंगी और घंटाघर होते हुए सीधे लालगंज तहसील होते हुए अमेठी तक पहुंचेंगे. अमेठी में भी वह लोगों को संबोधित करेंगे.
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