वॉशिंगटन। ट्विटर के नए सीईओ एलन मस्क ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर बाइडन के कारनामों की मीडिया रिपोर्ट (hunter biden story) को ट्विटर पर सेंसर किए जाने की पूरी कहानी का खुलासा कर दिया। उन्होंने बताया कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर 2020 में टीम बाइडन के दबाव में कैसे इस रिपोर्ट को दबाया गया था।
ट्विटर पर पारदर्शी लाने की पहल कर रहे एलन मस्क शनिवार कहा था कि ट्विटर ने ‘हंटर बाइडन स्टोरी’ के साथ असल में क्या खेल किया था, इसके छिपे रहस्यों को ट्विटर पर उजागर किया जाएगा। मस्क ने ट्वीट करते हुए कहा था- यह शानदार होगा। उन्होंने अपने पोस्ट को रोचक बनाने के लिए पॉपकॉर्न इमोजी के साथ एक अलग ट्वीट में यह बात कही थी। इसके कुछ देर बाद ‘हंटर लैपटॉप स्टोरी’ का पूरा किस्सा उजागर कर दिया गया। इससे अमेरिकी राजनीति में बवाल मच सकता है।
मस्क ने सोशल साइट की आंतरिक ‘ट्विटर फाइल्स’ जारी करते हुए कहा कि 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के वक्त कंपनी ने टीम बाइडन के आग्रह को मंजूर किया था। टीम बाइडन ने हंटर बाइडन को लेकर ‘द न्यू यॉर्क पोस्ट’ की मीडिया रिपोर्ट को ट्विटर पर रोकने का आग्रह किया था। यह मीडिया रिपोर्ट हंटर बाइडन के लैपटॉप से रिकवर किए गए ईमेल पर आधारित थी।
पत्रकार मैट टैबी ने बताया कैसे सेंसर की गई स्टोरी
मस्क ने इस मामले का खुलासा करते हुए स्वतंत्र पत्रकार और लेखक मैट टैबी के अकाउंट का लिंक ट्वीट किया। इसके बाद टैबी ने ‘हंटर बाइडन लैपटॉप स्टोरी’ को ट्विटर पर सेंसर किए जाने के फैसले के पीछे के राज उजागर किए। उन्होंने ट्वीट्स की एक श्रृंखला पोस्ट करते हुए तमाम रहस्यों से पर्दा हटाया। इसे ‘द ट्विटर फाइल्स, पार्ट वन’ नाम दिया गया है। उन्होंने बताया कि ट्विटर ने हंटर बाइडन लैपटॉप स्टोरी को कैसे और क्यों ब्लॉक किया था?
न्यूयॉर्क पोस्ट ने किया था खुलासा
दरअसल, 14 अक्टूबर, 2020 को न्यूयॉर्क पोस्ट ने बाइडन का एक गोपनीय ईमेल प्रकाशित किया था। यह हंटर बाइडन के एक लैपटॉप से रिकवर किए गए ईमेल पर आधारित था। यह सामग्री सेंसर करने व लिंक हटाने के साथ चेतावनी दी गई थी कि यह सामग्री जारी करना असुरक्षित हो सकता है। डायरेक्ट मैसेज के जरिए भी इसका प्रसारण रोक दिया गया था। हालांकि, चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामलों में ही ऐसी चेतावनी जारी की जाती है।
सेंसर करने का फैसला इनका था
मैटबी ने दावा किया कि इस सामग्री को सेंसर करने का फैसला ट्विटर के उच्चाधिकारियों ने किया था, हालांकि इसकी जानकारी ट्विटर के तत्कालीन सीईओ जैक डोर्सी को नहीं थी। इसमें कंपनी की पूर्व कानूनी मामलों की प्रमुख विजया गाड्डे ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बाइडन के बेटे हंटर के ईमेल से जुड़ा है पूरा मामला
दुनिया के सबसे रईस और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने पिछले माह ट्विटर खरीदा है। वे एक बार ‘द न्यूयॉर्क पोस्ट्स’ की वर्ष 2020 की उस खास रिपोर्ट को खंगाल रहे हैं, जो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बेटे हंटर के लैपटॉप से निकले विवादित ईमेल पर आधारित है। यह रिपोर्ट अमेरिकी चुनाव के ठीक पूर्व आई थी।
द न्यूयॉर्क पोस्ट ने किया था यह दावा
इससे पहले, 2020 में ‘द न्यूयॉर्क पोस्ट ने दावा किया था कि हंटर बाइडन ने अपने पिता और तत्कालीन उपराष्ट्रपति जो बाइडन को एक यूक्रेनी ऊर्जा कंपनी के एक शीर्ष कार्यकारी से एक साल से भी कम समय पूर्व मिलवाया था। उस वक्त बाइडन ने यूक्रेन में सरकारी अधिकारियों पर उस वकील पर गोलीबारी के लिए दबाव डलवाया था, जो कंपनी की जांच कर रहा था।
हंटर बने थे कंपनी में निदेशक
हंटर बाइडन 2015 में यूक्रेन की कंपनी बुरिस्मा के निदेशक मंडल में 50 हजार डॉलर प्रति माह के वेतन पर शामिल हुए थे। कंपनी पर हंटर के प्रभावों का इस्तेमाल करने का भी आरोप है। ईमेल में कंपनी के सलाहकार वडिम पॉजर्स्की ने हंटर को इस बात के लिए शुक्रिया कहा है कि उन्होंने अपने पिता से उनकी मुलाकात करा दी। यह मेल हंटर के निदेशक बनने के एक साल बाद किया गया था।
प्रभाव के इस्तेमाल पर मांगी थी राय
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हंटर को 17 अप्रैल 2015 के ईमेल में पॉजर्स्की ने कथित तौर पर लिखा था कि मुझे वॉशिंगटन डीसी बुलवाने और अपने पिता तत्कालीन उप राष्ट्रपति बाइडन से मिलाने का शुक्रिया। उनके साथ कुछ बिताना अच्छा लगा है। यह सच में मेरे लिए खुशी व सम्मान की बात है। इसके पूर्व मई 2014 में भी पॉजर्स्की ने हंटर को ईमेल कर सलाह मांगी थी कि वे कंपनी के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं।
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