भोपाल (Bhopal)। मध्य प्रदेश (MP) में शिवराज (Shivraj singh) द्वारा चलाई लाडली बहना योजना (Ladli Bahana Yojana) अब सिरदर्द बनती जा रही है, हालांकि भाजपा सरकार का कहना है कि यह योजना फिलहाल बंद नहीं होगी। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को लाडली बहना योजना के 1.29 करोड़ लाभार्थियों के बैंक खातों में 1576.61 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में सीएम ने सिंगल क्लिक से राशि ट्रांसफर की।
इस अवसर पर उन्होंने लाभार्थियों से अपने-अपने परिवार की भलाई के लिए इस रकम का इस्तेमाल करने का भी आग्रह किया। हालांकि लाभार्थियों की संख्या 1.75 लाख कम हो गई। विपक्षी कांग्रेस ने इसको लेकर भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। विधानसभा में विपक्ष के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि नई सरकार ने लाभार्थियों की संख्या दो लाख कम कर दी है।
लाडली बहना योजना के 1.29 करोड़ लाभार्थियों के बैंक खातों में रकम ट्रांसफर किए जाने के मौके पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सरकार ने आज 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों को कुल 1576 करोड़ रुपये की धनराशि सिंगल क्लिक के जरिए उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की है। मकर संक्रांति से पहले इस आर्थिक मदद से यह त्योहार बहनों के लिए सुखद और आनंददायी हो जायेगा।
इसके साथ ही सीएम ने कांग्रेस पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि पता नहीं कांग्रेस वालों के पेट में दर्द क्यों होता है। कांग्रेस नेताओं ने पहले कहा कि भाजपा सरकार इतनी बड़ी रकम नहीं दे सकती है। अब जब वे पैसा जारी करते हुए देखते हैं तो कहते हैं कि अभी दे दिया तो अगली बार जरूर नहीं देंगे। आप (कांग्रेस) उम्मीद में बैठे रहिए, हम हर बार यह रकम बहनों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करते रहेंगे। सीएम ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने कभी बहनों को आर्थिक मदद नहीं दी लेकिन जब हम लाडली बहनों को आर्थिक मदद दे रहे हैं तो उस पर सवाल उठा रही है।
इस बीच, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि मोहन यादव सरकार ने लाडली बहना लाभार्थियों की संख्या दो लाख कम कर दी है। लोकसभा चुनाव बाद यह संख्या कितनी बचेगी यह तो सीएम ही जानें। वहीं कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने दावा किया कि शिवराज सरकार के दौरान लाभार्थियों की संख्या 1.31 करोड़ थी जो घटकर 1.29 करोड़ हो गई है। इस पर राज्य भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ‘झूठ की फैक्टरी’ है। लाडली बहना लाभार्थियों की संख्या में 1.75 लाख की गिरावट विभिन्न कारणों से आई है। लगभग 1.56 लाख महिलाएं 60 साल की उम्र पार कर चुकी हैं। वहीं 18 हजार से अधिक महिलाओं ने लाभ छोड़ दिया है।
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