सागर। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान सागर जिले के बीना तहसील अंतर्गत आगासोद के ग्राम चक्क में भारत ओमान रिफायनरी (Oman Refinery) के समीप बनाए गए 1000 बिस्तरों वाले ऑक्सीजन (oxygen) युक्त अस्थाई अस्पताल को बंद करने के राज्य सरकार सरकार द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
उक्त अस्पताल का संचालन प्राइवेट सेक्टर के माध्यम से कराया जाना था। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट तथा कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए इस अस्थाई अस्पताल का निर्माण करीब 100 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से कराया गया था, जिसके प्रथम फेज में 200 बिस्तरों का अस्पताल प्रारंभ किया गया था। परंतु इस अस्पताल में एक भी मरीज को उपचार के लिए भर्ती नहीं किया गया इस अस्पताल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर बनवाया गया था जिसकी मॉनिटरिंग करने स्वयं मुख्यमंत्री कई दफा आए। साथ ही इस अस्पताल का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री के साथ तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी पहुंचे थे। वर्तमान में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए जहां मुख्यमंत्री एक और स्वास्थ्य विभाग के अमले को कोरोना की संभावित लहर से निपटने के लिए तैयार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर संचनालय स्वास्थ्य सेवा मध्य प्रदेश के द्वारा पत्र जारी कर इस अस्पताल को बंद करने की बात कही जा रही है।
इस मामले में सागर के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि इस अस्पताल को बंद करने का आदेश प्राप्त हो गया है जिसके चलते 30 नवंबर से इस अस्थाई अस्पताल को बंद कर दिया गया है। यह अस्थाई अस्पताल बन जाने के कारण यदि कोरोना की संभावित तीसरी लहर आती तो सागर ज़िले सहित रायसेन, विदिशा जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों को भी सुगमता से इलाज मिल सकता है।
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