नई दिल्ली। भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाया जाता है। इस दिन शिक्षकों के सम्मान में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटीज (colleges, universities) और अन्य जगहों पर कई प्रोग्राम होते हैं। पूरी दुनिया भी टीचर्स-डे मनाती है लेकिन 5 सितंबर को नहीं बल्कि हर साल 5 अक्टूबर को…उस दिन अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है। शिक्षक दिवस की कई ऐसी बातें और फैक्ट्स हैं, जिन्हें सभी को जानना चाहिए। इस टीचर्स-डे आइए आपको बताते इस दिन से जुड़ी वो 5 बातें जो सभी के लिए जानना जरूरी है…
1. इसलिए 5 सितंबर को मनाया जाता है शिक्षक दिवस
भारत के पहले उप-राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvepalli Radhakrishnan) साल 1962 में देश के दूसरे राष्ट्रपति बने। उस साल उनके जन्मदिन को उनके दोस्त और कुछ पूर्व छात्र बड़े ही धूमधाम से मनाना चाहते थे लेकिन जब यह बात सर्वपल्ली कृष्णन को पता चली तो उन्होंने उनसे अपील करते हुए कहा कि आप लोग मेरा जन्मदिन मत मनाओ, अगर इस दिन को मनाना ही है तो शिक्षकों का सम्मान करें। तभी से शिक्षक दिवस की शुरुआत हुई।
3. शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है
शिक्षक दिवस के दिन छात्र अपने टीचर्स को उन सभी चीजों के लिए थैंक्यू बोलते हैं, जो उन्होंने सिखाया है। देशभर के स्कूल कॉलेज, विश्वविद्यालय, इंस्टीट्यूट और कोचिंग सेंटर्स में डॉ. राधाकृष्णन को याद किया जाता है और शिक्षकों को सम्मानित करने के साथ छात्र उन्हें मैसेज, कार्ड और गिफ्ट देकर आभार जताते हैं।
4. विश्व कब मनाता है शिक्षक दिवस
भारत के अलावा दुनिया में 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। 5 अक्टूबर, 1966 में यूएन में पहली बार शिक्षकों की भूमिका पर चर्चा की गई। तब शिक्षकों के अधिकार और कर्तव्यों को निर्धारित किया गया। शिक्षकों की शिक्षा, रोजगार और अन्य चीजों को लेकर एक पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला। इसके बाद साल 1994 में यूनेस्को ने 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाने का ऐलान किया। उस वक्त 21वीं सदी के लिए शिक्षा को लेकर यूनेस्को अपना लक्ष्य निर्धारित कर रहा था, तभी शिक्षकों के सम्मान में इस दिन की घोषणा की गई।
5. इंटरनेशनल टीचर्स डे कैसे मनाते हैं
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस (international teachers day) हर साल 5 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन यूनिसेफ, इंटरनेशनल लेबर ऑर्गेनाइजेशन और यूनेस्को मिलकर कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। दुनियाभर में टीचर्स के सम्मान में इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है। कोई भी शिक्षक पीछे न रह जाए, इसपर चर्चा की जाती है। ग्लोबल एजुकेशन टारगेट को पूरा करने के लिए शिक्षकों की भूमिका की सराहना होती है।
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