डेस्क। अगर आपकी कार का इंजन ओवरहीट करता है लेकिन आप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर इंजन ओवरहीट क्यों कर रहा है तो आज हम आपको इसके कुछ बेसिक से कारण बताने वाले हैं। इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि आखिर आप किन टिप्स को फॉलो करके अपनी कार के इंजन को ओवरहीट होने से बचा सकते हैं।
इंजन ओवरहीटिंग के बेसिक कारण
इंजन मीटिंग के कुछ कारणों के बारे में बताते हैं। कार का इंजन कई वजहों से ओवरहिट कर सकता है, जिनमें कूलेंट की कमी, रेडिएटर में पानी की कमी, इंजन के फैन का ना चलना या इससे जुड़े किसी फ्यूज का उड़ना शामिल है। इनमें से कोई भी अगर सही से काम नहीं कर रहा होगा, तो आपकी कार का इंजन ओवरहीट हो सकता है। ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है।
कार के अंदर से कैसे पता करें इंजन की ओवरहीटिंग
आजकल की कारें इस फीचर से लैस होती हैं कि आप कार के अंदर बैठे-बैठे इंजन की हीटिंग की जानकारी ले सकते हैं। अगर कार का इंजन ओवरहीट कर रहा होगा तो डैशबोर्ड पर इंजन हीटिंग का साइन बनकर आ जाएगा। अगर आप उस साइन को देखते हैं तो अपनी कार को तुरंत साइड में लगाएं और इंजन बंद कर दें। इसके बाद ऊपर बताए गए कारणों में से एक-एक करके सब कुछ चेक करें कि आखिर कहां कमी है।
ओवरहीटिंग से कैसे छुटकारा पाएं?
अगर आपकी कार का कूलेंट खत्म हो गया है तो कूलेंट मंगवाए और इंजन में कूलेंट डालें, रेडिएटर में पानी नहीं है तो पानी भरें, अगर इंजन का फैन बंद हो गया है तो देखें कि आखिर वह बंद क्यों हुआ है और अगर आप उसे ठीक कर सकते हैं तो ठीक करें नहीं तो मकैनिक को बुला लें।
हमारा सुझाव
हमारा सुझाव तो यह है कि हर हफ्ते, 10 दिन या 15 दिन में अपनी गाड़ी के कूलेंट और रेडिएटर को चेक करें और अगर कमी लगे तो उन्हें रीफिल करें। इन छोटे-छोटे टिप्स को फॉलो करके आप अपनी कार के इंजन को ओवरहीट होने से बचा सकते हैं. अगर इन टिप्स को फॉलो करने के बाद भी इंजन की ओवरहीटिंग बंद नहीं हुई तो फिर आपको उसे मकैनिक को ही दिखाना होगा।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved