खरगौन। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल (Agriculture Minister Kamal Patel) ने कहा कि टंट्या मामा (Tantya Mama) का व्यक्तित्व राष्ट्र के लिए जीना और मरना सिखाता है। टंट्या मामा (Tantya Mama) जैसे बिरले ही जननायक होते हैं, जो अंग्रेजी सेना से छीनकर लूटकर दिन हीन और गरीबों में बांटते थे। यदि वास्तविक रूप से टंट्या मामा के जीवन पर वर्तमान समय मे अध्यनन करेंगे तो पाएंगे कि उन जैसे बहुत कम जननायक होंगे जो राष्ट्र और देश के वास्तविक चिंतक रहे हो।
कृषि मंत्री कमल पटेल सोमवार को भीकनगांव के भोलाचौक में क्रांतिसूर्य जननायक टंट्या मामा की गौरव यात्रा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मप्र शासन ने ऐसे वीर साहसी और अंग्रेजों में हमेशा ख़ौफ़ जगाने वाले शहीद आदिवासी जननायक के जीवन गाथा और उनके वास्तविक उद्देश्य को सबके सामने रखने के लिए यात्रा प्रारंभ की। वहीं कैसे गरीबजन परिवारों का सहयोग किया जाए, इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य यह भी है कि टंट्या मामा के बलिदान को आने वाली पीढ़ी समझे और उनको अपने जीवन का प्रेरणा स्त्रोत माने।
कृषि मंत्री पटेल ने भीकनगांव में जननायक टंट्या मामा की गौरव यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति में पुनर्जन्म को माना जाता है। इस दृष्टि से देखे तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आधुनिक काल के टंट्या मामा हैं। जैसे टंट्या मामा अंग्रेजों से लूटकर गरीबजनों में बांटते हुए मांगलिक कार्यों और विवाह के लिए अनेक परिवारों की सहायता करते थे। उसी तरह आज आधुनिक दौर में मुख्यमंत्री चौहान अमीर नागरिकों से टैक्स लेकर गरबों और दिनहीन वर्गों के लिए एक अद्भुत योजना बनाई है, जिसके माध्यम से आदिवासी समाज और गरीब परिवारों की कन्याओं के लिए कन्यादान होते हैं।
देश की प्रगति और संपन्नता के लिए शपथ जरूरी
कृषि मंत्री ने कहा कि आज हमारा देश विश्व के कई देशों से कई मामलों में आगे निकल रहा है। देश की प्रगति और संपन्नता के लिए है हर एक नागरिक को शपथ लेनी ही चाहिए। उन्होंने सभा मंच से देश की प्रगति और संपन्नता के लिए एक एक व्यक्ति को योगदान देने के लिए शपथ दिलाई।
टंटया मामा अमर हो टंटया मामा की जय
जननायक टंट्या मामा की गौरव यात्रा सोमवार को चल समारोह के साथ नगर के भोला चौक पहुँची। यहां कृषि मंत्री कमल पटेल भी पहुंचे। उन्होंने पहुंचते ही टंटया मामा के रथ पर जबलपुर और पंधाना की माटी के कलश की पूजा अर्चना किया। इसके पश्चात चौक में टंटया मामा की आदमकद प्रतिमा पर फूल माला पहनाकर शीश नमाया। वही उन्होंने टंटया मामा अमर रहे टंटया मामा की जय के जयकारे लगाए। कार्यक्रम को भील समाज के प्रदेश अध्यक्ष गुलाबसिंह वास्कले ने भी संबोधित किया। वही जनजाति कार्य विभाग के छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। (एजेंसी, हि.स.)
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