नई दिल्ली। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और विराट कोहली (Virat Kohli), भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े धुरंधरों (biggest stalwarts of indian cricket) में से एक हैं। कोहली सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हुए बड़े हुए हैं और जब ‘क्रिकेट के भगवान’ क्रिकेट को अलविदा कह रहे थे तब विराट भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) का हिस्सा थे। सचिन जब क्रिकेट से संन्यास ले रहे थे तो उस समय कोहली ने तेंदुलकर को एक अनमोल तोहफा दिया था। यह अनमोल तोहफा एक ’पवित्र धागा’ है, जोकि विराट को खुद उनके पिता प्रेम कोहली से मिला था। तेंदुलकर ने अब इस बारे में बात करते कहा है कि वह उनके लिए काफी भावुक लम्हा था और विराट की उस गिफ्ट ने उनका उनका दिल छू लिया।
अमेरिकी पत्रकार ग्राहम बेंसिंगर के साथ बातचीत में तेंदुलकर ने बतौर इंटरनेशनल क्रिकेटर अपने आखिरी मैच को याद करते हुए कहा, ‘ड्रेसिंग रूम में मैं एक कोने में था और अपने आंसू पोंछ रहा था। वह लम्हा मेरे लिए काफी भावुक था। उस समय विराट मेरे पास आया उसने मुझे एक पवित्र लाल धागा दिया, जो उसे उसके पिता ने उसे दिया था। मैंने कुछ देर तक उसे अपने पास रखा और फिर उसे वापस विराट को लौटा दिया और मैंने उससे कहा कि ये अनमोल है और ये तुम्हारे साथ ही रहना चाहिए, किसी और के पास नहीं। ये तुम्हारी अमानत है है और ये अंतिम सांस तक तुम्हारे पास रहनी चाहिए। वो भावुक पल हमेशा मेरी यादों में रहेगा।’
सचिन ने 24 साल तक भारत के लिए 200 टेस्ट मैच और 463 वनडे मैच खेले हैं। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 16 नवंबर 2013 को मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था, जोकि उनके करियर का 200वां टेस्ट मैच था। सचिन जब मैदान से बाहर जा रहे थे तो उस समय पूरा देश काफी भावुक था। सचिन के बाद वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतकों का रिकॉर्ड विराट के ही नाम है।
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