पटना: आज देशभर में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है. अलग-अलग राजनीतिक दल और राजनेता अपने-अपने अंदाज में अंबेडकर जयंती मनाते हुए अपने आप को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सच्चे अनुयायी बनाने में लगे हुए हैं. इस क्रम में बिहार में चुनावी साल होने की वजह से सियासी दलों में होड़ कुछ ज़्यादा ही तेज है. बिहार के तमाम राजनीतिक दल खुद को बाबा साहब के सच्चे अनुयायी होने का दावा कर रहे हैं. साथ ही सभी दल अपने विरोधियों पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा रहे हैं, जिससे बिहार की सियासत भी गरमा गई है.
बाबा साहब की जयंती के मौके पर बिहार में तमाम राजनीतिक दलों ने जयंती समारोह का आयोजन किया और बाबा साहब को याद कर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया. हालांकि, इस मौके पर नेता सियासत करने से भी वह नहीं चूके. तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने हमेशा बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों, संविधान की आत्मा और वंचितों के अधिकारों का विरोध किया है. इसी कारण जब कोई उनके विचारों से असहमत होता है, तो उसे ‘पाकिस्तान चले जाओ’ सुनने को मिलता है, क्योंकि दूसरों के विचारों की अभिव्यक्ति और असहमति उन्हें देशद्रोह लगती है. तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी-एनडीए से हमारी लड़ाई केवल राजनीतिक नहीं है, बल्कि संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब के विचारों एवं हमारे संविधान के मूल्यों की रक्षा की लड़ाई है.
तेजस्वी यादव के आरोप के बाद एनडीए की तरफ़ से भी पलटवार शुरू हो गया. अंबेडकर जयंती के अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कांग्रेस और तेजस्वी यादव दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा साहेब का कोई स्मारक नहीं था, कांग्रेस ने उनका अपमान किया. बीजेपी की पीएम मोदी की सरकार ने बाबा साहेब का सम्मान करते हुए उनका स्मारक बनवाया. बाबा साहेब को कांग्रेस और राजद ने अपमानित किया, जबकि एनडीए की सरकार में बाबा साहेब के सपने को साकार किया जा रहा है.
अंबेडकर जयंती के अवसर पर दिलीप जायसवाल ने भी विरोधियों पर निशाना साधते हुए बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 65 वर्षों तक देश पर राज किया. लेकिन, इस दौरान समाज के अंतिम वर्ग में बैठे लोगों के लिए क्या किया, इसका जवाब देना पड़ेगा. कांग्रेस ने दिल्ली में 2 गज जमीन भी उपलब्ध नहीं कराई और बाबा भीम राव आंबेडकर की पत्नी को भी प्रताड़ित किया. दिलीप ने यह भी कहा कि नेहरू के वंशज आज संविधान के बारे में बात कर रहे हैं. यह उनका दोहरा चरित्र है. उन्होंने आरजेडी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि लालू यादव के परिवार में हिम्मत है तो बहस करें, उन्होंने बाबा साहेब के सम्मान में क्या किया.
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने नीतीश कुमार को बाबा साहब का सच्चा अनुयायी बताते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने समाज के सबसे पिछड़े लोगों, खासकर दलित समाज के लिए जितना काम किया है, उतना किसी ने भी नहीं किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग केवल अपने परिवार के लिए ही सोचते हैं, जबकि नीतीश कुमार ने सबके लिए काम किया है.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी ने कहा कि अंबेडकर के असली अनुयायी वही हैं, जिन्होंने उनके विचारों को क्रियान्वित किया, न कि वे जो सिर्फ चुनाव के समय उन्हें याद करते हैं. कांग्रेस अंबेडकर को भूल चुकी थी. जब विश्वनाथ प्रताप सिंह की गैर-कांग्रेसी सरकार आई, तभी भारत रत्न की उपाधि अंबेडकर जी को दी गयी. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंच तीर्थ की स्थापना कर, नंदन स्थित उनके निवास को अंबेडकर मार्ग घोषित कर, वैश्विक मंच पर उनकी पहचान को मजबूत किया है. आज जिन राजनीतिक दलों को अंबेडकर की जयंती मनाने की याद आई है, वे सिर्फ दलित वोट के लिए यह दिखावा कर रहे हैं कि वे बाबा साहब के अनुयायी हैं.
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