बर्लिन । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि यूरोपीय देशों समेत विभिन्न देशों द्वारा एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) के टीके के इस्तेमाल पर रोक लगाए जाने के बावजूद दुनियाभर (worldwide) में उसका टीकाकरण कार्यक्रम निर्बाध रूप से ( Vaccination continues) चल रहा है। इस बीच एस्ट्राजेनेका के टीके पर रोक (AstraZeneca vaccine ban) लगाने वाला स्वीडन (Sweden) नया यूरोपीय देश(European country) बन गया है।
गौरतलब है कि एस्ट्राजेनेका का टीका लगवाने के बाद कुछ लोगों के शरीर में रक्त के थक्के जमने की जानकारी मिलने के चलते इन देशों ने टीके के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि उसे अपने कोवैक्सीन (Covaxine) कार्यक्रम के लिए एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) से जो टीके मिल रहे हैं, उन्हें भारत और दक्षिण कोरिया में बनाया जा रहा है और यूरोप में बन रहे टीकों के ऑर्डर पर रोक लगाई गई है। इन टीकों को अधिकतर छोटी और मध्यम अर्थव्यवस्था वाले देशों को भेजा जा रहा है।
संगठन की सहायक महानिदेशक मारियांगेला सिमाओ ने कहा, ‘हमें पता है कि एहतियाती तौर पर यह कदम उठाए गए हैं। मैं गैर-यूरोपीय देशों को बताना चाहती हूं कि अभी तक यूरोप में बन रहे टीकों के साथ दिक्कतें सामने आई हैं और कोवैक्सीन कार्यक्रम के तहत प्रदान किये जा रहे टीकों के साथ कोई समस्या नहीं है।’ बता दें कि जर्मनी (Germany), फ्रांस (France), इटली (Italy) और स्पेन (Spain) समेत अधिकतर यूरोपीय देशों ने हाल ही में एस्ट्राजेनेका टीके के इस्तेमाल पर रोक लगाई है। इन देशों में टीके लगवाने के बाद शरीर में रक्त के थक्के जमने के मामले सामने आए हैं।
उधर, थाइलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा ने मंगलवार को एस्ट्रोजेनेका द्वारा बनाई वैक्सीन की पहली डोज ली। रक्त के थक्के जमने के चलते अधिकांश यूरोपीय देशों ने इस पर रोक लगा दी है। पीएम ने कहा कि कुछ लोगों ने इस टीके को लेकर चिंता जताई है, लेकिन मुझे अपने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों पर पूरा भरोसा है।
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