नई दिल्ली। महामारी के चलते दुनिया में कामयाब वैक्सीन के आने तक मौत का आंकड़ा 2 मिलियन तक हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक अधिकारी ने कहा है कि महामारी को रोकने के लिए ठोस कार्रवाई न करने पर आंकड़ा बढ़ भी सकता है। चीन में कोरोना वायरस का पता लगने के बाद नौ महीनों में मृतकों की संख्या करीब 1 मिलियन होने जा रही है। WHO में आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख माइक रयान ने कहा, “नौजवानों को हाल ही में हुई संक्रमण वृद्धि का जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। हालांकि ये चिंता की बात है कि दुनिया में सख्ती और लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद नौजवान कोरोना वायरस को फैला रहे हैं।”
उन्होंने उम्मीद जताई कि हम एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना बंद करेंगे। सिर्फ इस वजह से कि संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी नौजवानों के कारण देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा, “हमें याद रखना चाहिए कि एक नौजवान को एक बुजुर्ग की जरूरत होती है जो उसे सही दिशा और सलाह दे सके।”
उन्होंने बताया कि इंडोर सभा महामारी को बढ़ाने का कारण बन रही है। और इसमें सभी उम्र के लोग शामिल हैं। वैक्सीन के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम COVAX में चीन के शामिल होने के लिए WHO की बातचीत जारी है, जिससे दुनिया में कोविड-19 वैक्सीन का तेज गति से निर्माण और वितरण सुनिश्चित किया जा सके।
WHO के वरिष्ठ सलाहकार ब्रूस एयलवार्ड ने कहा, “हमारी बातचीत चीन के साथ उसकी भूमिका को लेकर हो रही है, जिससे हमें आगे बढ़ने में मदद मिलेगी।” उन्होंने ताइवान के WHO के कार्यक्रम में शामिल होने की पुष्टि की, जबकि ताइवान WHO का सदस्य देश नहीं है। आपको बता दें कि WHO के COVAX कार्यक्रम में शामिल होने वाले देशों की संख्या 159 हो गई है जबकि 34 देशों ने अभी फैसला नहीं लिया हैं। चीन के साथ बातचीत WHO के कार्यक्रम में वैक्सीन आपूर्ति को लेकर भी हो रही है। WHO ने कोविड-19 वैक्सीन के आपात इस्तेमाल का मुआयना करने के लिए मसविदा प्रकाशित किया है, जिससे फार्मा कंपनियों को वैक्सीन पर किए जा रहे मानव परीक्षण में मदद मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि दस्तावेज लोगों के लिए 8 अक्टूबर तक मुहैया रहेगा।
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