
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति (President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) एक के बाद एक लगातार एग्जिक्यूटिव ऑर्डर (Executive Order) जारी कर रहे हैं. उन्होंने शपथ लेने के बाद पहले ही दिन दक्षिणी अमेरिकी सीमा पर इमरजेंसी ( emergency) लगाने के साथ-साथ वह कई आदेश जारी कर चौंका दिया था. अब एक बार फिर उन्होंने कुछ नए आदेश जारी किए हैं, जिनमें इजरायल की तर्ज पर अमेरिका में आयरन डोम (‘Iron Dome’) सिस्टम का निर्माण भी शामिल है.
ट्रंप ने अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ को सीधे आदेश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द देश में आयरन डोम सिस्टम के निर्माण का काम शुरू करवाएं. आयरन डोम सिस्टम का निर्माण ट्रंप के चुनावी वादों में से एक था. उन्होंने पिछले साल मिल्वॉकी में रिपब्लिकन पार्टी के कन्वेंशन में कहा था कि अगर वह चुनाव जीतते हैं तो देश की सुरक्षा के लिए इजरायल की तर्ज पर आयरन डोम का निर्माण करवाएंगे.
ट्रंप ने मिल्वॉकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए कहा था कि इजरायल के पास आयरन डोम है. उनके पास मजबूत मिसाइल डिफेंस सिस्टम है. इजरायल पर 342 मिसाइलें दागी गई थीं लेकिन इनमें से सिर्फ एक मिसाइल ही थोड़ी बहुत निशाने पर लगी थी. अन्य देशों के पास इस तरह का सिस्टम क्यों नहीं होना चाहिए और हमारे पास ऐसा क्यों नहीं है? हम हमारे देश के लिए ऐसा ही आयरन डोम बनाएंगे और ये सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी हमारे देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देख सके और हमारे लोगों को नुकसान नहीं पहुंचा सके.
उन्होंने कहा कि हम ऐसा आयरन डोम जिसे पहले किसी ने नहीं देखा होगा. इस अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से देश के भीतर ही तैयार किया जाएगा.
क्या है आयरन डोम?
इजरायल ने 2011 में आयरन डोम को अपने देश में तैनात किया था. यह इजरायल का सबसे ज्यादा ताकतवर और क्लोज एंड वेपन सिस्टम है. यह एयर डिफेंस सिस्टम इजरायल के लोगों को हवाई हमलों से बचाता है. अगर आयरन डोम अपनी तरफ 100 रॉकेट आता देखता है, तो वह 90 को हवा में ही नष्ट कर देता है.
जैसे ही दुश्मन अपना रॉकेट दागता है. आयरन डोम में लगा राडार सिस्टम उसे पहचानता है. ट्रैक करता है. फिर कंट्रोल सिस्टम इम्पैक्ट प्वाइंट का पता करता है. यानी रॉकेट गिरा तो कितना नुकसान होगा. उसे हवा में मार गिराएं तो कितनी दूर फटेगा. ताकि नुकसान न हो. इसके बाद कंट्रोल सिस्टम से मिले कमांड पर लॉन्चर से मिसाइल दागी जाती है. जिसे इंटरसेप्टर कहते हैं. इजरायल के लोग उसे तामीर (Tamir) बुलाते हैं. मिसाइल दुश्मन रॉकेट पास जाकर फट जाती है, इससे वह भी ध्वस्त हो जाता है.
इस समय दुनिया में कई मोर्चों पर युद्ध जारी हैं. इस बीच ट्रंप दो टूक कह चुके हैं कि अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता. ट्रंप जानते हैं कि अमेरिका को चीन, रूस और ईरान कई देशों से खतरा है. ऐसे में वह इजरायल की तर्ज पर आयरन डोम का जल्द से जल्द निर्माण कराकर सुरक्षा चाक चौबंद कराना चाहते हैं.
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