नई दिल्ली। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (All India Football Federation) के चुनाव संपन्न हो गए हैं। अब कल्याण चौबे संघ के अध्यक्ष होंगे। उन्होंने भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) को 33-1 से हराया है। 83 साल के इतिहास में ये पहली बार है जब अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ का अध्यक्ष कोई पूर्व प्लेयर बनने जा रहा है। मोहन बागान और ईस्ट बंगाल के पूर्व गोलकीपर 45 साल के कल्याण चौबे (Kalyan Choubey) ने 33-1 से जीत दर्ज की है।
दरअसल, कल्याण चौबे की जीत पहले ही तय मानी जा रही थी, क्योंकि क्योंकि पूर्व कप्तान भूटिया को राज्य संघों के प्रतिनिधियों के 34 सदस्यीय निर्वाचक मंडल में बहुत अधिक समर्थन हासिल नहीं था। इतना ही नहीं सिक्किम के रहने वाले 45 वर्षीय भूटिया ने जब नामांकन पत्र भरा था तो उस वक्त उनके राज्य संघ का प्रतिनिधि भी प्रस्तावक या अनुमोदक नहीं बना था।
कल्याण चौबे भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व गोलकीपर हैं। वह 1997-98 में कोलकाता जायंट्स मोहन बगान के लिए खेल चुके हैं। इतना ही हनीं पूर्व गोलकीपर कल्याण ने ईस्ट बंगाल की टीम से भी गोलकीपिंग की है। खास बात ये है कि उन्होंने 1997 में इंडियन फुटबॉलर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी जीता था। कल्याण चौबे बीजेपी नेता हैं और लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने चौबे को बंगाल की कृष्णानगर सीट से टिकट दिया था। हालांकि इस चुनाव में चौबे की हार हुई थी।
आपको बता दें कि इस साल भारत अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी करने वाला था। इससे किए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन तैयारियों में भी जुटा हुआ था, लेकिन 16 अगस्त को फीफा ने AIFF को अचानक बैन कर दिया। बैन लगने के बाद भारतीय फुटबॉल का भविष्य अंधेरे में था। फीफा ने तीसरी पार्टी के दखल को कारण बताते हुए भारत पर बैन लगाया था। फीफा के बैन के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में एक कमेटी गठित की। इस कमेटी का काम इस पूरे मामले का निपटारा कराना था और AIFF में चुनाव करवाना था। कमेटी कार्य को देखते हुए फीफा ने बीचे 25 अगस्त को AIFF पर से बैन हटाया दिया था, जिसके बाद आज अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के चुनाव सफल रूप से खत्म हो गए हैं।
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