नई दिल्ली: खालिस्तानी समर्थक (Khalistani supporters) और वारिस पंजाब दे का प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को उसके कई साथियों के साथ शनिवार दोपहर पुलिस ने हिरासत (custody) में ले लिया. अमृतपाल के गिरफ्तारी के बाद पंजाब में तनाव का माहौल है. इसी के मद्देजनर पंजाब में चप्पे-चप्पे पर पुलिस जवान तैनात (police personnel deployed) किए गए हैं. वहीं पूरी राज्य में इंटरनेट सेवाएं रविवार रात 12 बजे तक बंद कर दी गई हैं. अमृतपाल सिंह के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं, जिसमें से 2 हेट स्पीच से संबंधित मामले भी हैं.
बताया जा रहा है कि कि स्वयंभू सिख उपदेशक अमृतपाल को नकोदर के पास हिरासत में ले लिया गया है, लेकिन अबतक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ हो रहे एक्शन के बीच लोगों से अपील की है कि सोशल मीडिया पर चल रही कई तरह की अफवाहों पर ध्यान ना दें. पुलिस कानून व्यवस्था कायम रख रही है. नागरिकों से नहीं घबराने और फर्जी खबरें एवं नफरत भरे भाषण नहीं फैलाने का अनुरोध है.
गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राज्य में रविवार 12 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. जालंधर जिले के मेहातपुर गांव में अमृतपाल के काफिले को पुलिस ने रोका था. उसे पकड़ने के लिए पुलिस की 50 से ज्यादा गाड़ियों को लगाया गया था. ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के कुछ समर्थकों ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो साझा कर दावा किया कि पुलिसकर्मी उनका पीछा कर रहे हैं. एक वीडियो में अमृतपाल एक वाहन में बैठा भी देखा जा सकता है और उसके एक सहयोगी को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पुलिसकर्मी ‘भाई साहब’ (अमृतपाल) के पीछे पड़े हैं.
बता दें कि पिछले महीने अमृतपाल और उसके समर्थक तलवारें और पिस्तौल लहराते हुए अमृतसर शहर के बाहरी इलाके में अजनाला थाने में घुस गए थे. इस दौरान अमृतपाल के एक करीबी को छुड़ाने के लिए उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गई थी. इस घटना में एक पुलिस अधीक्षक समेत छह पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
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