म्यूनिख । कोरोना वायरस (Corona Virus) का ग्राफ भले ही इस वक्त काफी कम हो गया है और ओमिक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variants) से भारत (India) भले ही काफी हद तक बचकर निकल गया हो, लेकिन कोरोना (Corona) वायरस को लेकर लापरवाह होने की जरूरत नहीं है और कोरोना का खतरा अभी बिल्कुल भी टला नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) डब्ल्यूएचओ WHO ने कोरोना वायरस को लेकर नई चेतावनी दी है और कहा है कि, इस वक्त जो स्थिति है, वो कोरोना वायरस के नये वेरिएंट (Corona Virus New Variants) के पैदा होने के लिए काफी उपयुक्त स्थिति है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्येयियस ने म्यूनिख में एक लाइव सत्र के दौरान कहा कि, ”कोरोना वायरस उस वक्त खत्म होगा, जब हम इसे मिलकर खत्म करने की कोशिश करेंगे और यहां तक अभी का जो वक्त है, वो कोरोना वायरस के नये वेरिएंट के उत्पन्न होने का काफी उपयुक्त समय है और इस वक्त, जबकि लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं, तो नये वेरिएंट के फैलने का भी खतरा काफी ज्यादा है। आपको बता दें कि, अभी जर्मनी के म्यूनिख शहर में ‘सुरक्षा सम्मेलन 2022’ चल रहा है, जिसमें डब्ल्बूएचओ प्रमुख ने जोर देकर कहा कि, महामारी को समाप्त करने पर दुनिया का “फोकस होना चाहिए”। उन्होंने कहा कि, इस वक्त भी हर हफ्ते दुनिया में करीब 70 हजार लोग कोरोना वायरस संक्रमण से मर हे हैं, लिहाजा किसी भी तरह का रिस्क लेना काफी भारी पड़ सकता है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कोरोना महामारी पर आकलन रिपोर्ट पेश करते कहा है, कि महामारी एक वक्त विस्फोटक स्थिति में आ जाती है, फिर ये घट जाती है और एक बार फिर से ये विस्फोटक स्थिति में पहुंच जाती है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख घेब्रेयस ने कहा कि, “मुझे यकीन है कि जब हम दो साल पहले मिले होंगे और जब हमारे बीच इस नये कोरोना वायरस महामारी का प्रसार हो रहा होगा, उस वक्त हममें से किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी, कि अब हम महामारी के तीसरे वर्ष में प्रवेश कर रहे होंगे।”
डब्ल्यूएचओ प्रमुख की चेतावनी
डब्ल्यूएचओ प्रमुख आगाह करते हुए कहा कि, “वास्तव में स्थितियां अधिक संक्रमणीय, अधिक खतरनाक रूपों के उभरने के लिए आदर्श हैं। लेकिन हम इस साल वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के रूप में कोविड महामारी को समाप्त कर सकते हैं।” डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने चेतावनी दी, कि कुछ देशों में उच्च वैक्सीन दर है और ओमिक्रॉन वेरिएंट की कम गंभीरता होने के बाद ऐसे देशों में कहा जा रहा है कि, कोरोना महामारी खत्म हो चुकी है, जो काफी गंभीर बात है, क्योंकि अभी कोरोना महामारी बिल्कुल भी खत्म नहीं हुई है और इस महामारी के फैलने का ये काफी उपयुक्त समय है”।
हर हफ्ते मर रहे 70 हजार लोग
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि, ”ये लावरवाही का वक्त नहीं है, क्योंकि अभी भी हर हफ्ते कोरोना महामारी से 70 हजार लोग मर रहे हैं और अफ्रीकी देशों में अभी भी 83 प्रतिशत से ज्यादा लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है, यहां तक की उन्हें टीके की एक खुराक भी नहीं दी गई है और इन देशों में हेल्थ सिस्टम भी काफी तनाव में है, लिहाजा हमें लापरवाह होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अगर इस वक्त कोई नया वेरिएंट निकलता है, तो वो काफी आसानी के साथ पूरी दुनिया में जंगल की आग की तरफ फैल जाएगा, क्योंकि हम सब जानते हैं, कि ये वायरस किस रफ्तार से फैलता है। महज 21 दिनों के अंदर ओमिक्रॉन वेरिएंट पूरी दनिया में फैल चुका था।
सिर्फ निराशा की ही नहीं है बात
हालांकि, डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि, सब कुछ गंभीर ही नहीं है। उन्होंने कहा कि, “हमारे पास उपकरण हैं। हमे अब पता है कि कैसे” महामारी को समाप्त करने के लिए काम करना है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ घेब्रेयसस ने कहा कि, ”हम तमाम देशों को फौरन 16 अरब डॉलर की वित्तीय मदद के लिए एक बैठक बुला रहे हैं, जिसमें टीका बनाने से लेकर बीमारी का परीक्षण करने, महामारी का उपचार करने और व्यक्तिगत सुरक्षा का उपकरण हर जगह मुहैया कराने की कोशिश करेंगे। सीटी एक्सेलेरेटर या कोविड -19 टूल एक्सेलेरेटर तक पहुंच, दुनिया भर के सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों और संस्थानों की विशेषज्ञता को एक साथ लाता है ताकि कोविड डायग्नोस्टिक्स, उपचार और टीकों के विकास और समान वितरण को तेजी से ट्रैक किया जा सके।
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