भोपाल। उपचुनाव में जीच के बाद अब मध्यप्रदेश की सियासत एक बार फिर से मंत्रिमंडल के विस्तार पर अटकी हुई है। वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी कई कारणों से अपनी टीम की घोषणा नहीं कर पा रहे हैं। मंत्रिमंडल के लिए कई सीनियर नेता दावेदार हैं तो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए गोविंद सिंह राजपूत और तुलसी सिलावट का फिर से मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। गतदिनों मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा की नई टीम के नामों पर संतुलन बनाने के लिए चर्चा की। लेकिन खेमेबाजी के कारण बात अटकी हुई है। बड़ी मुश्किल दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों के एडजस्टमेंट को लेकर है। उम्र के फॉर्मूले पर भी मतभेद हैं। वीडी शर्मा की मंशा 55 साल तक की उम्र वालों को ही नई टीम में लेने की है, लेकिन पूरी तरह सहमति नहीं बन पा रही है।
सिंधिया के करीबी भी हारे
उपचुनाव में भाजपा की जीत हुई लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी नेताओं में से एक इमरती देवी अपना चुनाव हार गई हैं। इमरती देवी को निगम या मंडल में एडजस्ट किए जाने की चर्चा है। वहीं, कुछ सिंधिया समर्थक नेताओं को संगठन में भी जगह मिल सकती है।
तीन से चार को मिल सकती है जगह
माना जा रहा है कि संगठन में 3 या 4 सिंधिया समर्थकों को पद मिल सकते हैं। पंकज चतुर्वेदी को पार्टी का प्रवक्ता और भांडेर से विधायक रक्षा सिरोनिया को उपाध्यक्ष बनाया जा सकता है। इमरती देवी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर उनका राजनीतिक कद बरकरार रखा जा सकता है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा जल्दी ही अपनी नई टीम की घोषणा कर सकते हैं। उनकी टीम के ज्यादातर चेहरे नए होंगे।
अभी तक नहीं हुआ गठन
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाले शर्मा को लगभग 9 माह बीत गए लेकिन वे अब तक अपनी कार्यसमिति का गठन नहीं कर पाए। शर्मा के पार्टी की कमान संभालने के बाद भाजपा की सत्ता में वापसी हुई है और उप-चुनाव में भी जीत दर्ज की।
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