नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण (global pandemic corona infection) आज पूरी दुनिया में तीसरी लहर बनकर फैल गया है। यही वजह है कि कोरोना वायरस (corona infection) का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। भारत (India) सहित पूरी दुनिया में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, हालांकि इसके इलाज के लिए वैक्सीन (vaccine) सहित कई दवाएं बाजार में आ गई इसके बाद भी संक्रमण फैलने से नहीं रूक रहा है।
कोरोना के इलाज के लिए प्रभावी दवाएं
डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के लिए कई दवाओं को मंजूरी दी है। इन दवाओं में Baricitinib, Ruxolitinib और tofacitinib, Sotrovimab, Casirivimab-imdevimab, Tocilizumab या sarilumab आदि शामिल हैं। Baricitinib, Tocilizumab या sarilumab जैसी दवाओं को संगठन के गाइडलाइन डेवलपमेंट ग्रुप (GDG) द्वारा निर्धारित किया गया है। संगठन का मानना है कि इन दवाओं से अस्पताल में भर्ती होने और मौत के जोखिम को कम किया जा सकता है।
कोरोना के इलाज के लिए किन दवाओं से बचना चाहिए
डब्ल्यूएचओ का मानना है कि कोरोना के उपार के लिए Ivermectin, Hydroxychloroquine, Lopinavir/ritonavir और Remdesivir जैसी दवाओं के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इन दवाओं के संबंध में ऐसे सबूत नहीं मिले हैं कि यह मृत्यु दर, अस्पताल में भर्ती होने ने खतरे और अन्य कारकों को कम कर सकती हैं।
बच्चों के लिए निर्धारित कोरोना की दवाएं
WHO ने बच्चों में casirivimab और imdevimab का उपयोग करने की सिफारिश की है। सौभाग्य से बहुत कम बच्चे कोरोना से गंभीर रूप से बीमार होते हैं। बच्चों के लिए tocilizumab की भी सिफारिश की गई है। ध्यान रहे कि Sarilumab दवा को बच्चों के लिए निर्धारित नहीं किया गया है।
कौन सी दवा है सुरक्षित?
डॉक्टरो के मुताबिक ओमिक्रॉन संक्रमित ज्यादातर मरीज हल्के लक्षण वाले हैं। हल्के बुखार में कुछ लिए बिना दो दिन में ही आराम आ जाता है।100 डिग्री फारेनहाइट से ऊपर बुखार होने पर पैरासिटामोल की दवा से ही आराम आ जाता है। बच्चों को खांसी होने पर Budecort इनहेलर दिया जा सकता है। इसके अलावा गर्म तरल चीजें लेने से फायदा होता है।सरकार ने Hydroxicloroquin, Ivermectin और बाकी दवाएं लेने से साफ मना किया है।
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