रोम । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इससे इनकार किया कि इटली (Italy) के अधिकारियों ने देश में कोरोना वायरस (Corona virus) से निपटने की रणनीति को लेकर एक रिपोर्ट को छिपाने के लिए दबाव बनाया। लेकिन, कहा कि रिपोर्ट के प्रकाशन के पहले इटली की सरकार (Government of Italy) के साथ इसे साझा किया जाना चाहिए था।
डब्ल्यूएचओ के यूरोप कार्यालय के प्रमुख डॉ हांस क्लूग ने कहा कि एजेंसी की प्रक्रिया की ‘‘अनदेखी’’ कर यह रिपोर्ट तैयार की गयी थी। वह 13 मई को वेबसाइट पर रिपोर्ट प्रकाशित करने के एक दिन बाद उसे हटाने के डब्ल्यूएचओ के फैसले पर वक्तव्य दे रहे थे। तब तक डब्ल्यूएचओ में इस रिपोर्ट को मंजूरी दे दी गयी थी और इसका प्रकाशन किया गया।
बाद में यह रिपोर्ट डब्ल्यूएचओ और इतालवी सरकार के लिए उलझन की वजह बन गयी। रिपोर्ट में कहा गया है कि इटली ने 2006 के बाद से इन्फ्लुएंजा महामारी से निपटने की रणनीति संबंधी सूचनाओं को अपडेट नहीं किया और कोरोना वायरस के मामलों से निपटने में सरकार ने शुरुआती कदम जल्दबाजी में उठाए। इटली के बरगामो प्रांत में अभियोजक इसकी जांच कर रहे हैं कि क्या पिछले साल संक्रमण के कारण ज्यादा लोगों की मौतों के लिए किसी की जिम्मेदारी बनती है या नहीं।
उन्होंने रिपोर्ट तैयार करने वाले अग्रणी समन्वयक पर भी सवाल उठाए हैं, जिन्होंने कहा था कि इटली के एक अधिकारी ने महामारी से निपटने की रणनीति पर रिपोर्ट को छिपाने के लिए दबाव डाला।डब्ल्यूएचओ ने पहले कहा था कि रिपोर्ट को हटा लिया गया क्योंकि इसमें ‘‘तथ्यात्मक विसंगति’’ थी।
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