जिनेवा । कोरोना वायरस के बाद चीन में एक और नई बीमारी का खतरा पैदा हो गया है. चीन के बयन्नुर में बुबोनिक प्लेग का संदिग्ध मामला सामने आने के बाद अलर्ट जारी किया गया है. बुबोनिक प्लेग की रोकथाम और नियंत्रण के लिए सरकार ने तीन स्तर की चेतावनी जारी की है.उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अधिकारी ने कहा कि चीन में बुबोनिक प्लेग का अच्छी तरह से प्रबंधन हो रहा है और इसे उच्च जोखिम नहीं माना जा रहा है।
डब्ल्यूएचओ की प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस ने जेनेवा में कहा, हम चीन में होने वाले प्रकोपों की निगरानी कर रहे हैं। हम इसे चीनी अधिकारियों और मंगोलियाई अधिकारियों के साथ मिलकर देख रहे हैं। फिलहाल हम इसे उच्च जोखिम वाला नहीं मान रहे हैं। दूसरी तरफ स्वास्थ्य अधिकारियों ने बीमार या मृत मर्मोट मिलने पर फौरन सूचित करने को कहा है. इसके साथ ही प्लेग के संक्रमण को फैलानेवाले जीवों के शिकार करने और उन्हें खाने से बचने का निर्देश दिया है.
बतादें कि मंगोलिया के खोद प्रांत में बुबोनिक प्लेग के दो संदिग्ध मामले सामने आए थे. दोनों भाइयों ने खरगोश का मांस खाया था. उसके पांच दिन बाद बयन्नुर में इस तरह का मामला सामने आया. स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बुबोनिक की वजह से इंसानों में महामारी का खतरा है. बुबोनिक प्लेग शहर में तेजी से फैल रहा है.
सरकारी निर्देश में कहा गया, “लोगों को चाहिए कि वे सुरक्षा के प्रति खुद को जागरुक करने की क्षमता विकसित करें. अगर उन्हें स्वास्थ्य से संबंधित असामान्य परिस्थिति का सामना करना पड़ रहा है तो इस बारे में बताएं.”
गौरतलब है कि ब्लैक डेथ के नाम से मशहूर बुबोनिक प्लेग एक संक्रामक और घातक बीमारी है. यह ज्यादातर रोडेंट्स से फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के अनुसार बुबोनिक प्लेग बैक्टीरिया यर्सिनिया पेस्टिस के कारण होती है, जो आम तौर पर छोटे स्तनधारियों और उनके पिस्सू में पाए जाने वाले एक जूनोटिक जीवाणु होते हैं. बुबोनिक प्लेग में रोग के लक्षण एक से सात दिनों के बाद दिखाई देते हैं. यह बीमारी आमतौर पर पिस्सू के काटने से फैलती है जो चूहे, खरगोश और गिलहरी जैसे संक्रमित जीवों पर भोजन के लिए निर्भर करता है.
बतादें कि प्लेग के दो मुख्य रूप हैं- बुबोनिक और न्यूमोनिक (जब प्लेग फेफड़े में तेजी से फैलता है). डब्ल्यूएचओ के अनुसार, बुबोनिक प्लेग सबसे आम रूप है और दर्दनाक सूजन लिम्फ नोड्स या ‘बुबेक’ की विशेषता है. यह अब एक दुर्लभ बीमारी है जिसके साल 2010 से 2015 तक दुनियाभर में 3,248 मामले सामने आए. इस वजह से 584 लोगों की जान गयी है. बुबोनिक प्लेग के अब ज्यादातर मामले लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो, मेडागास्कर और पेरू में सामने आते रहे हैं.
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