जेनेवा । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि उसे भोजन या पैकिंग से कोरोना वायरस फैलने का कोई सुबूत नहीं मिला है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से वायरस फूड चेन में वायरस के प्रवेश करने को लेकर नहीं डरने का आग्रह किया है। चीन के दो शहरों ने ब्राजील से आयातित फ्रोजन चिकन विंग और एक्वाडोर से आयातित फ्रोजन झींगा के पैकिंग के बाहर कोरोना वायरस के ट्रेस मिलने का दावा किया है।
दरअसल, चीन ने दूषित खेप से महामारी के फैलने का खतरा जताया है। इसी दावे की सफाई में डब्ल्यूएचओ के आपात कार्यक्रम प्रमुख माइक रयान ने कहा, ‘लोग भोजन या फूड पैकेजिंग या प्रोसेसिंग या भोजन पहुंचाने को लेकर नहीं डरें। इस बात का कोई सुबूत नहीं है कि भोजन या फूड चेन इस वायरस को फैलने में योगदान दे रहा है। लोग खुद को सुरक्षित समझें।’ डब्ल्यूएचओ महामारी विशेषज्ञ मारिया वान केर्खोवे ने कहा कि चीन ने हजारों पैकेजों की जांच की और 10 से भी कम को वायरस के लिए पॉजिटिव पाया।
ब्राजील के कृषि मंत्रालय ने कहा है कि उसने चीन के निष्कर्ष पर स्पष्टीकरण की मांग की है। एक्वाडोर के उत्पादन मंत्री इवान ओंटानेडा ने कहा कि उनका देश प्रोटोकाल का कड़ाई से पालन करता है। रवाना होने के बाद सामान में जो कुछ हुआ उसके लिए उनके देश को जवाबदेह नहीं ठहराया जा सकता। फिलीपींस ने ब्राजील से चिकन के आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है। चीन के दो शहरों में दक्षिण अमेरिकी देश से आयातित फ्रोजन फूड के कार्गो में कोरोना वायरस के ट्रेस पाए जाने के बाद फिलीपींस ने शुक्रवार को यह कदम उठाया।
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