जेनेवा । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने जॉनसन ऐंड जॉनसन (Johnson and Johnson ) की बनाई कोरोना वायरस वैक्सीन (Corona virusVaccine) को इमर्जेंसी में इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। इसके साथ ही एक खुराक वाली इस वैक्सीन को अब अंतरराष्ट्रीय COVAX मुहिम में शामिल किया जा सकेग जिसके जरिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वैक्सीन बांटी जा रही हैं, खासकर गरीब देशों को। एक बयान में संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने बताया है कि बड़े स्तर पर क्लिनिकल ट्रायल में जॉनसन ऐंड जॉनसन की वैक्सीन वयस्क आबादी पर असरदार पाई गई है।
बड़े स्तर पर किया गया ट्रायल
इससे एक दिन पहले ही यूरोपियन यूनियन ने वैक्सीन को सभी देशों में हरी झंडी दी थी। WHO डायरेक्टर जनरल टेड्रोस ऐडनम का कहना है कि नई वैक्सीनें मिलने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि वे वैश्विक समाधान का हिस्सा बनें, न कि ऐसी वजह जिससे कुछ देश और लोग पीछे रह जाएं। J&J की वैक्सीन का ट्रायल तीन महाद्वीपों में किया गया था।
इसमें यह गंभीर बीमारी, अस्पतालों में भर्ती करने और मौत जैसे मानकों के खिलाफ 85% असरदार मानी गई। दिलचस्प बात यह रही है कि वैक्सीन दक्षिण अफ्रीका में असरदार रही जहां नए वेरियंट ने परेशानी खड़ी कर रखी है।
एक खुराक के कारण उत्साह
WHO के सीनियर अडवाइजर डॉ. ब्रूस ऐलिवर्ड ने उम्मीद जताई है कि आने वाले महीनों में J&J कुछ मात्रा में खुराक उपलब्ध करा सकेगी। कम से कम जुलाई में इससे वैक्सिनेशन की जा सके, ऐसी उम्मीद की जा रही है। इसकी सिर्फ एक खुराक असरदार है, इसलिए इसे लेकर ज्यादा उत्साह है। वैक्सीन को कम तापमान में स्टोर करना होता है, इसलिए एक खुराक से यह काम बेहतर हो सकेगा।
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