नई दिल्ली। सोना एक ऐसी धातु है, जिसका ज्यादा से ज्यादा भंडारण दुनिया का लगभग हर देश करना चाहता है। कोरोना वायरस के समय में विश्वभर के केंद्रीय बैंक अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ा रहे हैं। गोल्ड खरीदारी का यह ट्रेंड पूरे साल के दौरान देखने को मिल रहा है। केंद्रीय बैंकों के रिजर्व मैनेजमेंट में सोना अहम भूमिका निभाता है।
देश क्यों रखते हैं गोल्ड रिजर्व?
हर देश अपने पास स्वर्ण भंडार यानी गोल्ड रिजर्व रखता है। यह गोल्ड भंडार उस देश के केंद्रीय बैंक के पास होता है। केंद्रीय बैंक यह गोल्ड रिजर्व किसी भी संकट के समय में देश की वित्तीय सुरक्षा के लिए इस्तेमाल करते हैं। कोरोना काल में सोने की कीमत 55,000 रुपये के करीब पहुंच गई है। आइए जानते हैं वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार भारत और विश्व के किन देशों में सोने का सबसे ज्यादा भंडार है।
अमेरिका-गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में अमेरिका पहले स्थान पर है। पूरे विश्व में सबसे ज्यादा सोना रखने वाला देश अमेरिका है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, अमेरिका के पास 8,133.5 मेट्रिक टन सोना है। यह उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 79.1 फीसदी है।
जर्मनी –गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में जर्मनी दूसरे स्थान पर है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, जर्मनी के आधिकारिक गोल्ड होल्डिंग 3,363.6 मेट्रिक टन है। इसकी कुल विदेशी मुद्रा भंडार में 75 फीसदी हिस्सेदारी है। यूरोपीय देशों में जर्मनी के पास सबसे ज्यादा सोना है।
इटली – इटली का विश्व में तीसरा स्थान है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, इटली के पास 2,451.8 मेट्रिक टन सोना मौजूद है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 70.5 फीसदी है। इटली यूरोपीय देशों में जर्मनी के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है, जिसके पास इतना सोना मौजूद है।
फ्रांस –गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में फ्रांस का विश्व में चौथा स्थान है। यह यूरोप का तीसरा सबसे ज्यादा सोना रखने वाला देश है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक फ्रांस के पास 2,436 मेट्रिक टन सोना मौजूद है, जो कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 65 फीसदी है।
रूस –क्षेत्रफल के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा देश रूस संघ गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में पांचवें स्थान पर आता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, रूस के पास 1040 मेट्रिक टन सोना है, जो इसकी विदेशी मुद्रा भंडार का 6.7 फीसदी है।
चीन- सोने को रिजर्व रखने के मामले में भारत का पड़ोसी देश चीन छठे स्थान पर है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, चीन के पास 1948.3 मेट्रिक टन सोना मौजूद है, जो इसके विदेशी मुद्रा भंडार का 3.3 फीसदी है।
स्विट्जरलैंड -गोल्ड रिजर्व रखने की सूची में 7वें स्थान पर स्विट्जरलैंड है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, स्विट्जरलैंड के पास 1,040 मेट्रिक टन सोना मौजूद है। यह उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 6.7 फीसदी है।
जापान –जापान गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में आठवें स्थान पर है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, जापान की ऑफिशियल गोल्ड होल्डिंग 765.2 मेट्रिक टन है, जो विदेशी मुद्रा भंडार का 3.1 फीसदी है।
भारत-एक समय में भारत को ‘सोने की चिड़िया’ कहा जाता था। मौजूदा समय में भारत के पास 653 मेट्रिक टन सोना है। इसके साथ ही सबसे ज्यादा गोल्ड रिजर्व के मामले में भारत 9वें स्थान पर आता है। यह उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 7.4 फीसदी है।
नीदरलैंड्स – नीदरलैंड्स गोल्ड रिजर्व रखने के मामले में 10वें स्थान पर आता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, नीदरलैंड्स के पास 612.5 मेट्रिक टन सोना है। यह उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार का 71.5 फीसदी है।
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